बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 अपै्रल। बलौदाबाजार पलारी छत्तीसगढ़ शासन ने बारदाने की कमी के कारण प्लास्टिक की बोरियों में धान खरीदी करवाई है जो धूप व पानी में जल्दी खराब हो जा रहे हैं। इस बार प्लास्टिक की बोरियों में भी धान की खरीदी की गई है। उसके नुकसान की संभावना अधिक है। इसका खामियाजा मिलर्स, सहकारी समिति और किसानों को उठाना होगा। बारिश में भीगने की वजह से लाखों रुपये का धान खराब हो गया है।
सहकारी समितियों में धान खरीदी बंद हुए 65 दिवस हो गए लेकिन उठाव अभी बहुत ही कम हुआ है और भारी संख्या में धान की बोरियां खुले आसमान में पड़ी हुई हैं। शासन ने धान रखने शेड की व्यवस्था नहीं की है, इसी वजह से धान रखने में परेशानी हो रही है। सहकारी समितियों के पास संसाधन व शेड की कमी से किसानों का धान खरीदने के बाद उसे खुले में रख दिया है। कुछ धान बारिश में भीगकर खराब हो गया है। धान के खुले में पड़े होने के कारण इसके खराब होने की आशंका है।
भुगतान में कमी, जनपद सदस्य ने लिया जायजा -हेमाल संघ बहुत परेशान है, दो महीने का एग्रीमेंट हुआ था, धान खरीदी बंद भी हो गई फिर भी धान नहीं उठने के कारण उनको अभी भी चौकीदारी करना पड़ रहा है और उनको रोजी भी बहुत कम पड़ रही है। जनपद सदस्य दीपक साहू ने कहा अगर धान जल्दी उठ जाता तो ब्याज अनुदान मिलता है, जिससे मजदूर और जो चौकीदारी कर रहे हैं उनका भुगतान हो पाता। साहू ने हेमाल संघ और मंडी कर्मचारी के बीच समझौता करवाया और साथ ही मंडी का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि सभी मंडियों का धान सड़ रहा है, चोरी हो रही है। मंडी का जायजा लेने के दौरान जनपद सदस्य दीपक साहू के साथ उप सरपंच देवेंद्र साहू, पंच प्रतिनिधि पुरेस सेन, ताम्रध्वज साहू, गांव के प्रमुख भरत साहू, मंत राम साहू, मनहरण घृतलहरे उपस्थित थे।