बलौदा बाजार

जिला अस्पताल में सफल ऑपरेशन, गरीब मरीजों को मिला नया जीवनदान
25-Mar-2021 6:06 PM
जिला अस्पताल में सफल ऑपरेशन, गरीब मरीजों को मिला नया जीवनदान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 25 मार्च। जिला चिकित्सालय में डॉ. एसएस बाजपेयी गरीब मरीजों के लिए वरदान बनकर उभर रहे हैं और उनके द्वारा कठिन से कठिन आपरेशन सफलतापूर्वक किया जा रहा है जिससे मरीजों को नया जीवनदान मिल रहा है।

जिला चिकित्सालय बलौदा बाजार मे पदस्थ वरिष्ठ सर्जन डॉ. एसएस बाजपेयी ने अभी हाल में ही तीन बड़े आपरेशन कर मरीजों को नया जीवन दान दिया है। जिसमें ग्राम खैरा की महिला सोनी पटेल जिसके जांघ में ट्यूमर था और चल नहीं पाती थी। उसने कई जगह दिखाया पर अधिक खर्च होने की वजह से वह आपरेशन नहीं करा सकी। वह मरीज जिला चिकित्सालय पहुंची। जहां डाक्टरों ने उसके ट्यूमर को देखते हुए पहले आपरेशन से मना कर दिया था पर डॉ. एसएस बाजपेयी ने इस चुनौती को स्वीकार किया और जिला चिकित्सालय में ही उसका सफल आपरेशन कर उसे नया जीवन दिया।

इसी प्रकार अनिल साहू उम्र सात वर्ष जो कि सिकलिन का भी मरीज है जिसमे तिल्ली नामक बीमारी थी। उसे भी सफल आपरेशन कर बाहर निकाला। आज वह बच्चा और उसका परिवार दोनों खुश है। इसी प्रकार कसडोल विकासखंड के ग्राम असनींद निवासी भगतराम पैकरा (64) के आंत नली में समस्या आ गई थी जिसका भी सफल आपरेशन किया गया।

ग्राम खैरा की सोनी पटेल से जब उसके बीमारी के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि उसे बचपन से ही था पर पहले इसे दाग बताते थे। फिर धीरे-धीरे यह बढ़ता गया और काफी बड़ा हो गया। जिससे चलने फिरने में काफी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा था। बलौदा बाजार के कई डॉक्टरों को दिखाया पर उन्होंने अधिक खर्च और खतरा बताया। यहां पर भी काफी खर्च बताया गया पर डॉ. बाजपेयी ने उनकी परिस्थिति को देखते हुए आपरेशन कर निकाल दिया है।

उन्होंने कहा है कि कुछ दिन बाद वह पूर्णत: स्वस्थ होकर सामान्य जीवन जी सकेगी। वहीं, इसमें डॉ. अशोक वर्मा का भी प्रमुख योगदान रहा, जिन्होंने उन्हें रक्त दिया। इसी प्रकार सात वर्षीय बालक अनिल साहू की दादी राजकुंवर साहू ने बताया कि उसके नाती को सिकलिन की बीमारी थी तथा उसके पेट में डॉॅक्टरो ने तिल्ली नामक बीमारी बताई थी। जिससे वह और उसका परिवार काफी परेशान था। यहां जिला चिकित्सालय में उसके नाती का आपरेशन किया गया है और वह अब पूर्णत: स्वस्थ है।

इस संबंध में वरिष्ठ सर्जन डॉ. एसएस बाजपेयी ने बताया कि जिला चिकित्सालय में मेरी नजर में जो भी मरीज आता है और लगता है कि मैं उसका आपरेशन कर सकता हूं और उसे नया जीवनदान दे सकता हूं तो उसका पूरा सहयोग करता हूं। अभी जो तीनों आपरेशन किया गया है वह काफी जटिल और रिस्क वाले आपरेशन थे, पर उनकी आर्थिक परिस्थिति को देखते हुए मैने उनका आपरेशन किया और इसमें मेरी यहां की टीम का सहयोग मिला। जिससे आपरेशन सफल हो गया और आज तीनों मरीजों को छुट्टी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि मेरे साथी डॉक्टरों के साथ सिस्टर आभा खान, कुमुदनी वर्मा, रीतू वर्मा का प्रमुख योगदान रहा जो आज भी मरीजों की बराबर देखरेख कर रहे हैं और उनकी वजह से आपरेशन सफल हुआ।


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