बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 24 मार्च। जिंदगी बड़ी मुश्किल से पटरी पर आ रही है। मगर इसे कोरोना का पलटवार कहें या दूसरी लहर जिले के कोविड अस्पताल फिर से भरने लगे हैं। कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में जहां प्रतिदिन कम से कम 3200 लोगों को टीका लगना था। वहां मात्र करीब एक हजार लोग ही टीका लगवाने पहुंचे रहे हैं।
एक मार्च से टीकाकरण के तीसरे चरण में 45 से 59 साल के अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों को तथा 60 साल से उपर के लोगों को टीकाकरण की शुरुआत की गई है। इन 22 दिनों में जहां इस श्रेणी के 70400 सामान्य लोगों को टीका लग जाना था मगर टीका लगवाने सिर्फ 13 हजार 180 लोग ही पहुंचे। यानी सिर्फ 17.81 प्रतिशत लोगों ने ही अब तक टीका लगवाया है।
जिस जिला अस्पताल में फरवरी के दूसरे सप्ताह में मात्र 4-5 मरीज बचे थे वहां भर्ती मरीजों की संख्या 53 हो गई है। कुल संक्रमित मरीजों की संख्या भी 10 हजार के पार चली गई है, तो एक्टिव केस बढक़र 165 हो गए हैं। जिन लोगों ने पहले कोरोनाकाल में कोविड प्रोटोकाल को अनदेखा किया अब टीकाकरण को लेकर भी उनकी बेरुखी स्पष्ट दिखाई दे रही है।
30 नए संक्रमित मिले
मंगलवार को 30 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इसमें सिमगा ब्लॉक में सबसे अधिक 11, बलौदाबाजार, भाटापारा में 8, कसडोल में 4, बिलाईगढ़ में 3 और सिमगा नगर में 4 मरीज मिले हैं।
जिले में कोरोना की स्थिति
10096 कुल संक्रमित
9768 -मरीज डिस्चार्ज
165 -एक्टिव केस
163 -मरीजों की मौत
बिलाईगढ़-कसडोल क्षेत्र में लोग नहीं आ रहे
लोगों के टीकाकरण में रुचि नहीं लेने से स्वास्थ्य विभाग को टीकाकरण में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पहले और दूसरे चरण में स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंटलाइन वर्करों के टीकाकरण में बलौदाबाजार जिले पूरे प्रदेश में पहले और दूसरे स्थान पर था मगर तीसरे चरण में आम नागरिकों को लगने वाले टीकाकरण में 26वें स्थान पर चला गया है।
टीकाकरण नोडल अधिकारी डॉ. शिव कुमार ने बताया कि टीकाकरण के मामले में बलौदाबाजार विकासखंड सबसे पहले नंबर पर, भाटापारा 2रे, सिमगा 3रे, पलारी 4थे, कसडोल 5वे तथा बिलाईगढ विकासखंड 6वें स्थान पर है।
हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण के मामले में प्रदेश में जिला चौथे व 5वें नंबर पर
बलौदाबाजार जिला हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण के मामले में प्रदेश में 4थे व 5वे नंबर पर है। 9476 हेल्थ वर्करों में से 8317 हेल्थ वर्करों को पहली व दूसरी डोज लग चुकी है वहीं 5091 फ्रंटलाइन वर्करों में से 4407 वर्करों को पहली व दूसरी डोज लग चुकी है। सीएमएचओ डॉ. खेमराज सोनवानी का कहना है कि लोगों के मन में यह धारणा बैठ गई है कि कोरोना खत्म होने लगा है इसलिए वे वैक्सीन में रुचि नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकाल को अनदेखी करने की बड़ी कीमत हम पहले ही चुका चुके हैं,अब वैक्सीन के प्रति यह उदासीनता हमें फिर से भारी पड़ सकती है। सभी जनपद पंचायतों के अंतर्गत आने वाले गांवों में कोटवारों से मुनादी करवाई जा रही है। आरएचओ मितानिनों तथा ग्राम सचिवों के माध्यम से गांव के लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया जा रहा है।
वैक्सीन की 11 दिन की डोज ही बची
जिले में कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की अनदेखी जारी है। वैक्सीन की 1000-1100 डोज की खपत हो रही है इसके बावजूद जिले में सिर्फ मौजूदा शेड्यूल के हिसाब से कोल्ड चेन सेंटरों में अब 11 दिन के टीके यानी 12 हजार डोज बचे हैं। इस स्थिति को भांपते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन की 50 हजार डोज की डिमांड भेजी है। इधर मार्च की शुरुआत में ही जिले में कोरोना के 69 एक्टिव केस थे, जो अब बढक़र 165 पहुंच गए हैं। राज्य से टीकाकरण केंद्र बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं लेकिन जिले में फिलहाल सेंटर नहीं बढ़ाए जाएंगे क्योंकि इसके लिए पर्याप्त वैक्सीन का स्टॉक होना जरूरी है। स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण में जिला प्रदेश में प्रथम था लेकिन नागरिकों के वैक्सीनेशन में 26वें पर आ गया।