बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 जुलाई। जिले में बढ़ते साइबर अपराधों और बैंकिंग व्यवस्था की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता की अध्यक्षता में जिला पुलिस बलौदाबाजार द्वारा सभी बैंक शाखा प्रबंधकों की एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक प्रात: 10.30 बजे पुलिस कार्यालय सभाकक्ष बलौदाबाजार में हुई, जिसमें राष्ट्रीयकृत, ग्रामीण सहकारी सहित 50 से अधिक बैंक शाखा प्रबंधक एवं अधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य साइबर क्राइम की रोकथाम, बैंक प्रबंधन के साथ समन्वय और तकनीकी अड़चनों को दूर करने को लेकर रहा।
पुलिस अधीक्षक गुप्ता ने स्पष्ट रूप से कहा कि साइबर अपराधों की जांच में बैंक की सक्रिय भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि सूचना मिलने में देरी अपराधियों को फरार होने का अवसर देती है। अत: उन्होंने बैंकों को निर्देशित किया कि किसी भी साइबर अपराध से जुड़ी सूचना पुलिस को तुरंत प्रदान करें।उन्होंने बैंक खाता खोलने की प्रक्रिया में भी अधिक सतर्कता बरतने का सुझाव दिया और कहा कि प्रारंभिक जांच, दस्तावेजों की पुष्टि व संतुष्टि के बाद ही खाता खोला जाए। होल्ड राशि से जुड़े मामलों पर विशेष ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि जिले में 144 होल्ड राशि के प्रकरण लंबित हैं, जिनमें न्यायालय के आदेशों के बावजूद कार्रवाई नहीं होना चिंताजनक है। इसे न्यायालय की अवमानना मानते हुए शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए गए।बैठक में बैंक सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा की गई।
सीसीटीवी कैमरों की गुणवत्ता, सुरक्षा गार्ड की तैनाती तथा नाइट विजन और ऑडियो रिकॉर्डिंग से युक्त आधुनिक कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए। साथ ही चॉइस सेंटर संचालकों की गतिविधियों पर सतत् निगरानी रखने के निर्देश भी दिए गए, क्योंकि कई साइबर अपराधों में उनकी संदिग्ध भूमिका सामने आई है।अंत में, बैंक परिसर में आने वाले ग्राहकों की सुविधा और ट्रैफिक व्यवस्था को सुनिश्चित करने की बात कही गई। इस समन्वय बैठक को जिले में साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण, बैंकिंग पारदर्शिता और सुरक्षा के क्षेत्र में एक सार्थक कदम माना जा रहा है।