बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 21 मार्च। ग्राम पंचायत लटुवा में आए दिन हो रहे चोरी की घटना को देखते हुए सरपंच प्रतिनिधि दीपक साहू और उपसरपंच मनोज यादव ने शुक्रवार की शाम को राम गुड़ी चौक में ग्रामीणों की आपातकालीन बैठक ली, जिसमें गांव में अवैध रूप से शराब बेचने वालों, गांजा बेचने वालों और सट्टा खेलाने वाले लगभग 20-25 लोगों को ग्रामीणों के समक्ष तल्ख लहजे में समझाया गया। इन लोगों को आखिरी चेतावनी दी कि आज के बाद वो गांव में जुआ, सट्टा, शराब के व्यवसाय को बंद कर दे। इससे गांव का माहौल खराब हो रहा है। साथ ही इस गांव का नाम पूरे जिले में बदनाम हो रहा है, जो अच्छी बात नहीं है।
सरपंच प्रतिनिधि और उपसरपंच ने कहा कि हम लोगों का सपना इस गांव को आदर्श ग्राम पंचायत बनाने का है, लेकिन आप लोगों की इस हरकत के चलते हम लाख कोशिशों के बावजूद आदर्श ग्राम पंचायत नहीं बना पा रहे हैं। जुआ, सट्टा, शराब बेचने और खेलाने वालों को बीच गुड़ी में बुलाकर इकरार नाम में दस्तखत करवाकर कसम खाने को कहा गया कि आज के बाद तुम सभी इस गंदे व्यवसाय से दूर रहो। कोई अच्छा सा काम धंधा करे। तुम लोगों के इस व्यवसाय के चलते गांव के युवा बिगड़ते जा रहे हंै। गांव में आये दिन लड़ाई झगड़ा के चलते गांव का माहौल बदतर होते जा रहा है। अब नहीं माने तो हम सभी ग्रामीण मिलकर गांव में अवैध रूप से जुआ, सट्टा, गांजा, शराब को बेचने और उसका संचालन करने वालों को बांधकर ट्रैक्टर में डालकर थाने में पटक आएंगे और इसकी शिकायत कलेक्टर और एसपी से भी मिलकर करेंगे, ताकि गांव में अवैध रूप से सट्टा, गांजा और शराब बेचने वाले जेल से बाहर न आ सके।
बैठक में थानेश्वर कन्नाौजे, प्रेम कन्नाौजे, जागेश्वर वर्मा, अलख कन्नाौजे, खेलावन साहू, युवराज कन्नाौजे, राजकुमार कन्नाौजे, सबित साहू, भारत यादव, मुन्नाा साहू, गोविंद कन्नाौजे, कुबेर कन्नाौजे, मनी सेन, भोलू, माखन कन्नाौजे, गोवर्धन यादव, रूपराम फेकर समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण और पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।
रात में 11 बजे के बाद बेवजह घूमने पर लगाया प्रतिबंध
बैठक में ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने गांव में आए दिन हो रही चोरी की बढ़ती घटना का जिम्मेदार इन्हीं शराब, गांजा, सट्टा कोचियों को ठहराते हुए फरमान जारी करते हुए कहा कि अब रात 11 बजे के बाद अगर गांव का कोई भी व्यक्ति बेवजह घूमते हुए मिला तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाया जाएगा। गांव में बेवजह घूमने वाले आवारा तत्वों पर लगाम कसने के लिए और उसकी देखरेख करने के लिए ग्रामीणों ने इसकी जिम्मेदारी गांव के किसान रखवारी समिति को सौंपी है। अंत में शराब नहीं बेचने, जुआ-सट्टा नहीं खेलाने की शर्त पर इकरारनामा में शराब -गांजा कोचियों को दस्तखत करवाया, जिसमें उन्होंने आगे से इस कारोबार से दूरी बनाने की बात कही ।