बलौदा बाजार
भाटापारा, 28 नवंबर। शहर की गलियों से होकर गांव-गांव तक क्रिकेट की दीवानगी ने इस कदर अपना पैर जमा लिया है कि अब यह खेल गांव में खेले जाने वाले सबसे ज्यादा खेलों में शुमार हो गया है। उक्त बातें विधायक इंद्र साव ने ग्राम गुड़ाघाट में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन अवसर पर खेल प्रेमियों को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने सीसी रोड निर्माण के लिए गुड़ाघाट एवं फरहद के लिए 5-5 लाख रुपए की घोषणा भी की।
प्रतियोगिता का फाइनल मैच गुड़ाघाट और कोनी की टीम के मध्य खेला गया, जिसमें कोनी की टीम ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए गुड़ाघाट की टीम को परास्त करते हुए विजेता कप अपने नाम किया।
प्रतियोगिता के समापन और पुरस्कार वितरण के अवसर पर विधायक इंद्र साव ने विजेता टीम कोनी को प्रथम पुरस्कार की नकदी राशि 21 हजार और शील्ड प्रदान किया, वहीं उन्होंने उप विजेता टीम सहित उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को भी उनका उत्साह वर्धन करते हुए पुरस्कृत किया।
इस अवसर पर विधायक श्री साव ने विजेता टीम को बधाई देते हुए उनके खिलाडिय़ों के प्रत्येक क्षेत्र में किए गए प्रदर्शन की तारीफ की, वहीं उन्होंने उप विजेता टीम की हौसला अफजाई करते हुए कहा- वे लोग इस टूर्नामेंट में परास्त नहीं हुए हैं, बल्कि बहुत कुछ सीखने को मिलता है। खेल में कभी कोई हारता नहीं है, बल्कि सीखता है ताकि आने वाले समय और अच्छी तैयारी के साथ मैदान पर आकर विजेता बने।
विधायक इंद्र साव ने कहा कि पहले क्रिकेट सिर्फ शहरों तक सीमित रहता था, लेकिन क्रिकेट फैंस की लगातार बढ़ती संख्या ने इस खेल को शहर की गलियों से निकाल कर गांव गांव तक पहुंचा दिया है और अब ये क्रिकेट गावो में सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल हो गया है।
इस प्रतियोगिता के सफल और अच्छे आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई देते हुए विधायक इंद्र साव ने यहां के खेल प्रेमियों की जमकर तारीफ की, जिन्होंने खिलाडिय़ों का लगातार उत्साहवर्धन करते हुए मैच का भरपूर लुप्त उठाया।
इस अवसर पर ग्रामीणों की और सरपंच की मांग को ध्यान में रखते विधायक श्री साव ने गुड़ाघाट और फरहद के लिए 5- 5 पांच लाख रुपए सी सी रोड निर्माण के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की। जिसका उपस्थित ग्रामीणों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया।
इस अवसर पर सरपंच मानसिंह साहू, चेतन ध्रुव, उपसरपंच, सभी पंच , क्रिकेट क्लब आयोजन समिति के सभी सदस्य सहित भारी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।


