बलौदा बाजार
़निर्णय उच्च स्तर से होगा-अफसर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 नवंबर। सहकारी समितियों के कंप्यूटर ऑपरेटरों की हड़ताल खत्म होने के बाद जिले के 166 धान खरीदी केंद्रों में नियुक्त नए ऑपरेटरों के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। हड़ताल के दौरान प्रशासन ने काम प्रभावित न हो, इसलिए तुरंत नए ऑपरेटरों की नियुक्ति की थी। अब पुराने ऑपरेटरों की वापसी के बाद नए कर्मचारियों के कार्यकाल पर प्रश्न खड़े हो गए हैं।
नव नियुक्त ऑपरेटर प्रेमलता साहू, तेजराम पटेल सहित अन्य ने कहा कि उन्हें छह महीने तक काम देने का भरोसा दिया गया था, जिसके आधार पर उन्होंने अपनी पूर्व नौकरी छोड़ दी थी। उनका कहना है कि अब उन्हें आशंका है कि उनकी नियुक्ति समाप्त की जा सकती है।
पुराने ऑपरेटरों का कहना है कि वे लगभग 18 वर्षों से धान खरीदी व्यवस्था से जुड़े हैं और उनकी मांग पूरे वर्ष यानी 12 महीने की सेवा अवधि की है। कंप्यूटर ऑपरेटर संघ के जिला पदाधिकारियों मोहन डहरिया, संदीप यादव, वीरेंद्र साहू, नरोत्तम टंडन, भीम पटेल और ईश्वर साहू ने कहा कि उनके कई सदस्य आयु सीमा के कारण अन्य रोजगार विकल्पों में नहीं जा सकते। उन्होंने सोमवार को कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा। दोनों पक्षों की मांगों के बीच प्रशासन के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है कि धान खरीदी प्रक्रिया सुचारू रूप से चलती रहे और कर्मचारियों की स्थिति को भी स्पष्ट किया जा सके।
हमें छह महीने काम का भरोसा दिया गया था-नए ऑपरेटर
नव नियुक्त ऑपरेटरों का कहना है कि नियुक्ति के समय उन्हें छह महीने तक कार्य मिलने की बात कही गई थी। कई ऑपरेटरों ने बताया कि यदि उन्हें हटाया गया तो उनके पास अन्य रोजगार विकल्प नहीं हैं। हड़ताल के दौरान उन्हें तत्काल नियुक्त किया गया था। हम 12 महीने की सेवा अवधि की मांग पर हड़ताल पर थे-पुराने ऑपरेटर पुराने कंप्यूटर ऑपरेटरों ने बताया कि पहले उनकी सेवा अवधि छह महीने थी जिसे बाद में नौ महीने किया गया। उनकी मांग इसे 12 महीने करने की है। उनका कहना है कि वे वर्षों से इस व्यवस्था का हिस्सा रहे हैं और भविष्य भी इसी पर निर्भर है।
अगला निर्णय उच्च स्तर पर होगा-गुप्ता
सहकारी संस्थान के उप पंजीयक उमेश गुप्ता ने कहा कि नए ऑपरेटरों की भर्ती हड़ताल के दौरान कार्य बाधित न हो, इसलिए की गई थी। अब पुराने ऑपरेटरों की वापसी के बाद आगे की प्रक्रिया पर निर्णय उच्च स्तर से लिया जाएगा।


