बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 24 नवंबर। जिले में पिछले कुछ दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर फिलहाल कम होने लगा हैं। हवा की दिशा बदलने और आसमान में हल्के बादल जाने के कारण मौसम में गर्माहट लौट आई हैं। शुष्क हवा का प्रभाव थमने के बाद रविवार को रात का तापमान बढक़र 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से अधिक हैं। दिन में बादलों के बीच हल्की धूप निकलने से उमस जैसा एहसास रहा।
मौसम में आए इस अचानक बदलाव का असर देखने लोगों के स्वास्थ्य पर भी दिखाई देने लगा हैं। बढ़ते तापमान और हल्की नमी के कारण खांसी जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ गई हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि मौसम में उतार-चढ़ाव लोगों की प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है जिससे मौसमी बीमारियां तेजी से फैलती हैं।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत से आने वाली सर्द हवाओं का असर कमजोर पड़ गया है। साथ ही स्थानीय स्तर पर हल्के बादल बनने से रात का तापमान तेजी से बढ़ गया हैं। दिन में जहां हल्की धूप सर्दी से राहत देती है वही सुबह शाम हल्की ठंड का दौरा अभी भी जारी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा मौसम कुछ दिनों तक ऐसा ही बना रह सकता हैं। दो-तीन दिन छाए रहेंगे बादल मलका जलडमरू मध्य दक्षिण अंडमान सागर क्षेत्र में एक निम्न वायुदाब क्षेत्र सक्रिय हैं। यह तंत्र उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ रहा हैं और संभावना है कि 24 नवंबर तक यह पूर्वी बंगाल की खाड़ी में पहुंचकर और अवदाब में तब्दील हो जाएगा। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एमपी थॉमस के अनुसार 26 नवंबर के आसपास का यह प्रणाली दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में भारतीय भू भाग के पास पहुंचेगी जिसका असर आसपास के राज्यों के मौसम पर भी पड़ेगा।
बीमारियों से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह
इस वायुदाब प्रणाली के कारण प्रदेश सहित वैज्ञानिक क्षेत्र में रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही हैं। कड़ाके की ठंड से राहत जरूर मिली है पर मौसम में लगातार होने वाले उत्तर चढ़ा के उतार-चढ़ाव के लोगों के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि बदलते मौसम में बचाव उपाय अपनाएं ताकि जाए अपनाया जाए ताकि बीमारी का खतरा कम हो सकें।


