बलौदा बाजार

बलौदाबाजार: एसआईआर में 15 सौ से अधिक शिक्षक लगे, स्कूलों में नियमित कक्षाएं बाधित
20-Nov-2025 3:54 PM
बलौदाबाजार: एसआईआर में 15 सौ से अधिक शिक्षक लगे, स्कूलों में नियमित कक्षाएं बाधित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 20 नवंबर। छत्तीसगढ़ में 4 नवंबर से शुरू हुए मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान का प्रभाव जिले के स्कूलों में दिखाई दे रहा है। लगभग 11 हजार शिक्षकों में से 1500 से अधिक शिक्षक घर-घर सर्वे, नाम जोडऩे-काटने और दस्तावेजों के सत्यापन कार्य में लगे हुए हैं। इसी दौरान शिक्षक ‘अपार आईडी’ भी तैयार कर रहे हैं।

स्थानांतरण के बाद कई स्कूलों में शिक्षक संख्या पहले से कम है। ऐसे में बड़ी संख्या में शिक्षकों के फील्ड में जाने से कक्षाओं का संचालन प्रभावित हुआ है। निरीक्षण के दौरान कुछ स्कूलों में दोपहर 3.30 बजे तक कोई शिक्षक उपलब्ध नहीं था। महात्मा गांधी स्कूल, बलौदाबाजार में एक शिक्षक मौजूद था। कहीं-कहीं बड़े बच्चों द्वारा छोटे बच्चों को पढ़ाए जाने की स्थिति देखी गई।

जिले के कई विद्यालयों में बाउंड्री वॉल नहीं है और सहायक स्टाफ भी उपलब्ध नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के बाद विद्यार्थियों को छुट्टी कर दी जाती है क्योंकि निगरानी के लिए कर्मचारी उपलब्ध नहीं होते।

महिला शिक्षिकाओं पर अतिरिक्त दबाव

कई प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में महिला शिक्षक भी मतदाता सूची संबंधित कार्यों में लगी हैं। विद्यालय प्रबंधन के अनुसार शिक्षक उपलब्ध न होने से नियमित कक्षाएँ और परीक्षाओं की तैयारी निर्धारित समय पर संचालित नहीं हो पा रही हैं।

 

गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति की मांग की

शिक्षक संघ से जुड़े कोमल साहू ने कहा कि चुनाव, जनगणना, सर्वे और सरकारी योजनाओं से जुड़े विभिन्न कार्यों के कारण शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने मांग की कि स्कूल शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए और विद्यालयों में बाउंड्री वॉल, सहायक स्टाफ व सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

कई स्कूलों में पूरा स्टाफ बाहर, बच्चे असुरक्षित छोड़े गए

बलौदाबाजार एवं आसपास के क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान कई सरकारी विद्यालयों में शिक्षक मौजूद नहीं थे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्थिति समान रही। विद्यालयों में निगरानी न होने से बच्चे परिसर में खेलते दिखाई दिए जबकि कक्षाएँ खाली थीं। अभिभावकों ने छात्रों की सुरक्षा और परीक्षा नजदीक आने के बावजूद पढ़ाई रुकने को लेकर चिंता जताई।

परीक्षा तैयारी के लिए व्यवस्था की जा रही है -डीईओ

जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे ने बताया कि पढ़ाई प्रभावित हुई है, लेकिन मतदाता सूची पुनरीक्षण भी आवश्यक कार्य है। दिसंबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह से नियमित कक्षाएं संचालित करने की तैयारी की जा रही है।


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