बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 15 नवंबर। रिसदा बाईपास चौराहे पर सडक़ के बीच बने बड़े गड्ढे के कारण पिछले दो दिनों में दो ट्रकों के फंसने की घटना सामने आई है। गुरुवार सुबह तक भी एक ट्रक को बाहर नहीं निकाला जा सका, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। वाहन चालकों को सडक़ के किनारे से होकर गुजरना पड़ा।
पीडब्ल्यूडी ने मरम्मत कार्य जारी होने का दावा किया था
लोक निर्माण विभाग, संभाग बलौदाबाजार ने हाल ही में विज्ञप्ति जारी कर वर्षा से क्षतिग्रस्त सडक़ों की मरम्मत जारी रहने की जानकारी दी थी। विभाग ने दिसंबर तक 5 करोड़ 58 लाख रुपये की लागत से 85 सडक़ों के पैच रिपेयर पूरा करने का लक्ष्य बताया था।
विभाग द्वारा बाईपास मार्ग पर पैच रिपेयर के कुछ स्थानों की तस्वीरें भी जारी की गई थीं।
चौराहे पर स्थित गड्ढा मरम्मत से छूटा
स्थानीय निवासियों ने बताया कि जिस स्थान की मरम्मत का फोटो विभाग ने जारी किया, उससे लगभग 50 मीटर दूर मुख्य चौराहे पर बड़ा गड्ढा बना हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि मरम्मत कार्य के दौरान उन्होंने अधिकारियों का ध्यान इस गड्ढे की ओर दिलाया था। उनका कहना है कि अधिकारियों ने इस स्थान पर पाइपलाइन होने के कारण मरम्मत की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की बताई। इसके बाद पंचायत ने अस्थायी तौर पर गड्ढे में मिट्टी भरने की व्यवस्था की।
भारी वाहनों की लगातार आवाजाही
यह चौराहा बाईपास का अत्यधिक उपयोग वाला जंक्शन है।
इस मार्ग से बलौदाबाजार-सिमगा मार्ग पर स्थित 7 प्रमुख सीमेंट संयंत्रों के भारी वाहन, बलौदाबाजार-भाटापारा मार्ग के एक सीमेंट संयंत्र के वाहन, तथा रेत और मिट्टी परिवहन करने वाले कई ट्रक दैनिक रूप से गुजरते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि भारी वाहनों की लगातार आवाजाही को देखते हुए इस स्थान पर स्थायी मरम्मत आवश्यक है।
स्थानीय निवासियों ने चिंता जताई
रिसदा और कोकड़ी गांव के कुछ नागरिकों ने बताया कि लंबे समय से इस चौराहे पर गड्ढा बना हुआ है और इससे दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। लोगों का कहना है कि यदि विभाग ने बाईपास मार्ग के अन्य हिस्सों की तरह इस चौराहे की भी मरम्मत कर दी जाती, तो ट्रकों के फंसने की स्थिति नहीं बनती।


