बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 2 नवंबर। देवउठनी एकादशी के मौके पर भाटापारा में जमकर बवाल हुआ। गौरी-गौरा विसर्जन के दौरान हुए मारपीट में 15 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। जख्मी लोगों में कईयों को गंभीर चोटें आई हैं। मारपीट किए जाने के विरोध में नाराज लोगों ने थाने का घेराव किया और धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
घटना मातादेवालय तालाब क्षेत्र की है, जहां सर्कस मैदान और शांति नगर वार्ड की गौरी-गौरा विसर्जन टोलियां आमने-सामने हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि लाठी, डंडे, चाकू और पत्थर से एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया। हमले में 15 से 20 लोग जख्मी हुए।
देर रात मारपीट की यह घटना उस वक्त हुई, जब शांति नगर की टोली विसर्जन के लिए तालाब के पास पहुंची, उसी समय सर्कस मैदान की टोली भी वहां मौजूद थी. दोनों समूहों के युवक डीजे की धुन पर नाच रहे थे, तभी धक्का-मुक्की से विवाद शुरू हुआ और देखते ही देखते मामला हिंसक झड़प में बदल गया।
नाराज लोगों ने किया थाने का घेराव
घटना के बाद शांति नगर वार्ड के सैकड़ों युवक और महिलाएं भाटापारा शहर थाना पहुंचे और थाने का घेराव किया। थाने पहुंचे लोगों का कहना था कि प्रशासन को पहले से पता था कि शहर में 17 जगहों पर विसर्जन कार्यक्रम होने वाले हैं, बावजूद इसके मौके पर पुलिस बल कम संख्या में मौजूद रहा।
प्रदर्शनकारियों ने हमले में शामिल असामाजिक तत्वों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। पीडि़तों ने चेतावनी दी कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से बात की। लोगों ने यह भी कहा कि अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे गौरा-गौरी की मूर्तियों का विसर्जन नहीं करेंगे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद के दौरान अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई। कुछ युवकों ने लाठियां और चाकू से भी दूसरे पक्ष पर वार किए। स्थानीय लोगों ने किसी तरह बीच-बचाव किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया. शहर अस्पताल में देर रात तक घायलों का इलाज चलता रहा। अधिकांश घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया, जबकि 7 गंभीर रूप से घायल युवकों को रायपुर रेफर करने की तैयारी थी।
घटना के बाद भाटापारा शहर थाना पुलिस ने देर रात एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि सर्कस मैदान और शांति नगर की विसर्जन टोलियों के बीच धक्का-मुक्की से झगड़ा हुआ, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। पुलिस के अनुसार, इस वर्ष शहर में कुल 17 जगहों से गौरा-गौरी विसर्जन जुलूस निकले, जिनमें से 12 स्थानों पर कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए।
भाटापारा पुलिस का कहना है कि सर्कस मैदान की गौरा-गौरी का विसर्जन हो चुका था। उसी समय शांति नगर की टोली माता देवालय तालाब के पास पहुंची। कुछ युवक वहां डीजे की थाप पर नाच रहे थे। इसी दौरान धक्का-मुक्की से विवाद हुआ, जो थोड़ी देर बाद लड़ाई में बदल गया। कुछ लोगों को चोटें आई हैं जिनका इलाज करवाकर घर भेज दिया गया है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि भाटापारा में गौरा-गौरी विसर्जन का त्योहार वर्षों से सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया जाता रहा है, लेकिन इस बार पहली बार इतनी बड़ी हिंसक झड़प सामने आई है।
शांति नगर वार्ड के कुछ युवाओं ने आरोप लगाया कि कुछ बाहरी असामाजिक तत्व भी जुलूस में शामिल हो गए थे, जिन्होंने माहौल बिगाड़ा, वहीं सर्कस मैदान के लोगों का कहना है कि विवाद केवल धक्का-मुक्की से शुरू हुआ था, जिसे बाद में बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।



