बलौदा बाजार
कलेक्टर ने निलंबन कार्रवाई का प्रस्ताव श्रम विभाग के सचिव को भेजा, 4 को कारण बताओ नोटिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 अक्टूबर। दीपावली के दौरान महिला उत्पीडऩ जांच समिति के नाम पर व्यापारियों से कथित रूप से धन वसूली करने का मामला अब प्रशासनिक कार्रवाई के चरण में पहुँच गया है।
जांच रिपोर्ट में श्रम निरीक्षक रामशरण कौशिक दोषी पाए गए हैं, जिसके बाद कलेक्टर दीपक सोनी ने उनके विरुद्ध निलंबन कार्रवाई का प्रस्ताव श्रम विभाग के सचिव को भेज दिया है। वहीं, वसूली टीम में शामिल अन्य चार सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि जांच रिपोर्ट के अनुसार, महिला सुरक्षा समिति के नाम पर व्यापारियों से वसूली के आरोप गंभीर और सत्यापित पाए गए हैं। उन्होंने कहा, व्यापारियों से अभद्रता और धन की अवैध मांग सरकारी सेवा आचरण के विरुद्ध है। रिपोर्ट के आधार पर संबंधित निरीक्षक के विरुद्ध निलंबन प्रस्तावित किया गया है।
5 से 10 हजार तक लिए गए
रिपोर्ट में पाया गया कि श्रम निरीक्षक रामशरण कौशिक ने दीपावली से पूर्व शहर के विभिन्न बाजारों का दौरा किया था।
इस दौरान उन्होंने दुकानदारों को यह कहकर डराया कि उनके कागजात अधूरे हैं और कार्रवाई से बचने के लिए 5,000 से 10,000 तक की राशि मांगी गई।
कई व्यापारियों ने समिति को सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध कराए, जिनमें श्रम विभाग के अधिकारी को लिफाफा लेते हुए देखा गया है।
व्यापारियों के बयान
भी दर्ज किए गए
जांच समिति ने चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों और पीडि़त व्यापारियों के बयान दर्ज किए। व्यापारियों ने बताया कि यह जांच नहीं बल्कि वसूली अभियान जैसा था, जिसमें दीपावली खर्च के नाम पर धन लिया गया।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि श्रम निरीक्षक का व्यवहार अभद्र था, जिससे कई बार बहस और विवाद की स्थिति बनी। इसे सिविल सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन माना गया है।
एक दिन में पूरी हुई जांच
‘छत्तीसगढ़’ में प्रकाशित रिपोर्ट के बाद कलेक्टर ने एसडीएम प्रकाश चंद्र कोरी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी बलौदाबाजार और सहायक श्रम पदाधिकारी की तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की थी। समिति ने एक दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपी, जिसमें आरोपों को प्रमाणित पाया गया।
प्रशासन सख्त, आगे की कार्रवाई राज्य स्तर पर
कलेक्टर ने पूरी जांच रिपोर्ट श्रम विभाग के सचिव को भेज दी है ताकि आगे की प्रशासनिक कार्रवाई की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सके।


