बलौदा बाजार
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलौदाबाजार की जनसामान्य से मानवीय अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 7 अक्टूबर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलौदाबाजार ने जनसामान्य से मानवीय अपील की कि यदि कोई बेसहारा, मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति उन्हें दिखाई देता है तो उसकी जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण या नजदीकी न्यायालय, संबंधित थाना क्षेत्र, समाज कल्याण विभाग को आवश्यक रूप से अपनी जिम्मेदारी समझकर प्रदान करे जिससे कमजोर वर्ग के लोगों की सहायता की जा सके।
सिमगा क्षेत्र के पैरालीगल वालिटियर नागेश यदु एवं प्रेमकुमारी बतुर्वेदी द्वारा अमिता जायसवाल सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलौदाबाजार को 5 अक्टूबर को सूचना दी गई कि एक महिला गभीर स्थिति में सडक़ के किनारे पड़ी हुई है। सचिव के द्वारा तत्काल महिला की मौके की छायाचित्र मंगाई गई।
छायाचित्र मन को विचलित कर देने वाली थी, महिला का पैर पूरी तरीके से खराब हो चुका था और बहुत ही दयनीय स्थिति में यह सडक़ पर पड़ी हुई थी।
सचिव के द्वारा महिला के तत्काल विकित्सा हेतु प्रयास किया गया और एम्बुलेस के माध्यम से महिला को प्राथमिक उपचार हेतु स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया।
जहां से उसे गंभीर स्थिति होने के कारण मेकाहारा रिफर कर दिया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में कार्यरत पैरालीगल वालिंटियर नागेश यदु एव प्रेमकुमारी चतुर्वेदी भी रायपुर मेकाहारा गये और उस महिला के लिए तत्काल 2 यूनिट ब्लड की व्यवस्था की गई। सचिव के द्वारा महिला के समुचित इलाज के लिये जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर से भी रागन्वय स्थापित किया गया और रायपुर प्राधिकरण के पैरालीगल वालिंटियर भी अस्पताल पहुंचकर महिला के चिकित्सा और देखभाल में सहायता प्रदान की गई।
महिला का मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है और उसका एक भाई है जिसकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है. इन सब परिस्थितियो दृष्टिगत रखते हुए 6 अक्टूबर को समाज कल्याण विभाग बलौदाबाजार से सचिव के द्वारा संपर्क किया गया कि वह समाज कल्याण विभाग रायपुर से समन्वय स्थापित कर महिला को तत्काल आश्रय एवं शासन की योजनाओं के अंतर्गत लाभ प्रदान किया जाये, चूंकि महिला वर्तमान में चिकित्सा हेतु मेकाहारा अस्पताल रायपुर में है इसलिये रायपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा वहां के समाज कल्याण विभाग से पत्राचार किया गया।
यह मामला इसलिये साझा किया जा रहा है क्योंकि महिला की स्थिति अत्यंत दयनीय थी. यदि समय रहते ही महिला की स्थिति के बारे में सूचना दी जाती तो उसकी यह हालत नहीं होती। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलौदाबाजार के द्वारा जनसामान्य से यह अपील है कि यदि कोई बेसहारा, मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति उन्हें दिखाई देता है तो उसकी जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण या नजदीकी न्यायालय, संबंधित थाना क्षेत्र, समाज कल्याण विभाग को आवश्यक रूप से अपनी जिम्मेदारी समझकर प्रदान करें, जिससे कमजोर वर्ग के लोगों की सहायता की जा सके। प्राधिकरण का यह प्रयारा है कि विधिक सेवा के साथ साथ शासन की योजनाओं का भी लाभ समाज के कमजोर वर्ग के लोगो तक पहुंचे जिसके लिये प्राधिकरण एवं पैरालीगल वालिंटियर्स निरंतर कार्य कर रहे है लेकिन इसमें जनसामान्य की सहयोग की भी अपेक्षा है ताकि इस महिला जैसी स्थिति किसी अन्य की ना हो सके और समय पर उन्हें लाभ मिल सके।


