बलौदा बाजार

सूदखोरी के आरोपी दंपति गिरफ्तार
06-Oct-2025 9:53 PM
सूदखोरी के आरोपी दंपति गिरफ्तार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 6 अक्टूबर। सूदखोरी के आरोपी दम्पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।

आवेदक हेमंत कन्नौजे, निवासी ठाकुर देव चौक पुरानी बस्ती बलौदाबाजार ने थाना सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई कि आरोपियों हेमलाल सिन्हा (48 वर्ष) एवं उसकी पत्नी पिंकी सिन्हा (42 वर्ष), निवासी सी-4 राधा विहार कॉलोनी ने ब्याज में दिए गए रुपये की अदायगी के बावजूद खाली चेक वापस नहीं किया और उसमें अधिक रकम भरकर बाउंस कर दिया। विरोध करने पर आवेदक से मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी गई।

प्रकरण में धारा 420, 506, 384, 34 भादवि एवं 04 कर्जा अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज कर 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया। लेकिन यह गिरफ्तारी इतनी आसान नहीं थी। इसके पीछे है प्रेस क्लब बलौदाबाजार का साहसिक संघर्ष, जिसने जनहित की आवाज़ बनकर प्रशासन से लेकर राजधानी तक इस मुद्दे को गरजते हुए उठाया।

पिंकी और हेमलाल सिन्हा पर आरोप है कि उन्होंने सूदखोरी के आड़ में भयादोहन का ऐसा खतरनाक जाल बिछाया, जिसमें जरूरतमंदों को ब्लैंक चेक और स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवाकर फँसाया जाता था। मनमाने ब्याज की वसूली, धमकी, ब्लैकमेलिंग और विरोध करने वालों के खिलाफ झूठे मुकदमों की धमकियाँ देना इनका सामान्य तरीका था। जिन्होंने भी इनके काले कारनामों को उजागर करने की कोशिश की, उन्हें डराने-धमकाने में भी ये पीछे नहीं हटे।

 इसी बीच, जब स्थानीय पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता और लापरवाही उजागर हुई, तब प्रेस क्लब बलौदाबाजार ने इस मामले को जनहित का मुद्दा बनाते हुए निर्णायक भूमिका निभाई।

 नगर से लेकर राजधानी रायपुर तक क्लब के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर, एसपी, डीजी, आईजी सहित कई उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे। जब प्रशासन ने देर की, तब प्रेस क्लब ने आंदोलन की चेतावनी दी, जिसके बाद कलेक्टर दीपक सोनी ने पुलिस को कड़ी फटकार लगाई। इस दबाव का ही परिणाम था कि अंतत: आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 506, 34 के तहत अपराध दर्ज हुआ। हालांकि, इसके बाद भी स्थानीय पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में टालमटोल कर रही थी,  तब प्रेस क्लब के सदस्यों ने रायपुर पहुँचकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से मुलाकात की, ज्ञापन सौंपा और सख्त कार्रवाई की मांग की।

इस संयुक्त प्रयास और पत्रकारिता की सशक्त आवाज़ का ही नतीजा है कि आज पिंकी सिन्हा और हेमलाल सिन्हा सलाखों के पीछे हैं।

शहरवासियों का कहना है कि जिस तरह रावण दहन बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक होता है, उसी तरह आज बलौदाबाजार में सूदखोरी के इस राक्षस के अंत पर लोग राहत और खुशी महसूस कर रहे हैं।


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