बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 29 सितंबर। सूदखोरी मामले में पुलिस ने आरोपी दंपति पर एफआईआर दर्ज क र जांच शुरू कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस नेटवर्क में और भी कई नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस ने अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है।
जिले के बहुचर्चित सूदखोरी मामले में आखिरकार पुलिस ने पिंकी सिन्हा एवं उसके पति हेमलाल सिन्हा के विरुद्ध धारा 420, 506, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया। लंबे समय से शहर में सक्रिय सूदखोरी का व्यापार अब रायपुर तक जुड़ जाने की जानकारी भी सूत्रों से आ रही थी, जिसका खुलासा प्रार्थी के बैंक एवं फोन पे स्टेटमेंट से हो रहा है।
इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब पीडि़त हेमंत कनौजे अपनी आपबीती लेकर बलौदाबाजार प्रेस क्लब पहुंचे, जहां अध्यक्ष नरेश गनशानी एवं पत्रकारों ने मामले की गंभीरता को समझा और इसे जनहित का विषय मानते हुए न केवल समाचार पत्रों के माध्यम से उजागर किया, बल्कि प्रशासन को भी ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और सिटी कोतवाली थाना प्रभारी आदि को सौंपा गया।
मामले के उजागर होते ही अपराधियों ने सबसे पहले समाचार को दबाने की कोशिश की। सूत्रों के अनुसार उन्होंने पत्रकारों को खरीदने तक का प्रयास किया, लेकिन असफल रहने पर पत्रकारों के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने की कोशिश की गई।
जब दबाव बढ़ा, तो पत्रकारों ने इस संबंध में भी प्रशासन को आवेदन देकर न्याय की मांग की।
इसी बीच अपराधियों ने प्रार्थी हेमंत कनौजे को भी कभी लालच तो कभी धमकी देकर चुप कराने की भरपूर कोशिश की। परंतु लगातार सामने आते नए मोड़ों और अपराधियों के बढ़ते हौसले को देखते हुए प्रेस क्लब ने दोबारा प्रशासन को ज्ञापन मामले की गंभीरता से अवगत कराया गया।
प्रेस क्लब का स्पष्ट संदेश
प्रेस क्लब ने साफ कहा कि पत्रकारिता सिर्फ कलम की लड़ाई नहीं है, बल्कि जरूरत पडऩे पर सडक़ पर उतरकर भी जनता की आवाज बनकर शासन-प्रशासन तक सच पहुंचाया जाएगा। प्रेस क्लब का यह रुख आम लोगों में भरोसा जगाने वाला साबित हुआ।


