बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 सितंबर। छत्तीसगढ़ में एनएचएम संविदा कर्मचारियों की हड़ताल लगातार तेज होती जा रही है। सरकार और कर्मचारियों के बीच टकराव अब बर्खास्तगी और इस्तीफों तक पहुंच गई है।
एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर सरकार ने सख्ती दिखाई है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी समेत बलौदाबाजार जिले के तीन बड़े पदाधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्तगी की कार्रवाई से नाराज होकर बलौदाबाजार जिले के सभी एनएचएम कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा देकर सीएमएचओ डॉ. राजेश अवस्थी को सौंप दिया।
एनएचएम संविदा कर्मचारियों की हड़ताल का अब और गंभीर हो गया है। एक ओर स्वास्थ्य सेवाएं ठप हैं, दूसरी ओर सरकार और कर्मचारी आमने-सामने खड़े हैं।
प्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा नियमितीकरण सहित दस सूत्रीय मांगों को लेकर विगत 18 दिनों से प्रदर्शन कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने शासन द्वारा दमनात्मक कार्यवाही से आक्रोशित एवं अपने साथियों की बर्खास्तगी के आदेश जारी होने के बाद बलौदाबाजार- में रैली निकालकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सामुहिक रूप से इस्तीफा सौंप दिया। जिले भर से 421 स्वास्थ्य कर्मियों ने आज अपना इस्तीफा दिया हैं।
स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि सरकार अपने वायदे से मुकर रही है जो चुनाव के समय मोदी की गारंटी के तहत वायदा किया था उसे पूरा नहीं कर पा रही है और जब हम जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं तो हम पर दमनात्मक कार्यवाही करने पर उतारू होते हुए प्रदेश से हमारे 25 साथियों को जिसमें 3 बलौदाबाजार से हेमंत सिन्हा, कौशलेश तिवारी और डॉ. रविशंकर दीक्षित को बर्खास्त कर दिया गया, यह दमनकारी हम नहीं सहेंगे और अपने साथियों का साथ देने तथा बर्खास्तगी के विरोध में हम सबने इस्तीफा सौंप दिया है और अब हम अपने आंदोलन को और उग्र करेंगे। भाजपा सरकार ने जो कहा वो पूरा नहीं किया है। हमारी मांग जायज है और उसे सरकार को पूरा करना होगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश अवस्थी ने बताया कि जिले में कार्यरत 421 स्वास्थ्य कर्मियों का इस्तीफा प्राप्त हुआ है इसे राज्य शासन को भेजा जायेगा और फिर जो निर्णय उच्च अधिकारी द्वारा लेकर दिशा निर्देश दिए जायेंगे कार्यवाही की जाएगी, इसके पहले तीन लोगों को बर्खास्त किया गया है।