बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 जुलाई। बलौदाबाजार-भाटापारा के बीच अर्जुनी मार्ग पर सडक़ों पर घूमते मवेशियों से रोजाना हादसे हो रहे हैं। भारी वाहनों की टक्कर से मवेशियों की जान जा रही है। बाइक, तिपहिया और चार पहिया वाहन चालक मवेशियों को बचाने के चक्कर में नियंत्रण खो बैठते हैं। इससे दुर्घटनाएं हो रही हैं। कई बार लोगों की जान भी चली जाती है दो महीना पहले नेशनल हाईवे पर मवेशियों को बचाने के प्रयास में कई हादसे हो चुके हैं।
सरकार ने निराश्रित मवेशियों से हो रही दुर्घटनाएं रोकने योजना बनाई थी। पिछले साल सरकारी आदेश पर कुछ दिन मवेशियों को पकडऩे अभियान चला है। अब यह अभियान सिर्फ दिखावा बनकर रह गया है। बलौदाबाजार से अर्जुनी मार्ग पोसरी, मुढि़पार, खैरताल और अर्जुनी के काली मंदिर के पास मवेशियों का जमावड़ा बना रहता हैं। इससे रोज छोटी बड़ी दुर्घटनाएं रही हैं। प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो बड़ा हादसा हो सकता हैं।
गौरवपथ टोनाटार तिक_ा मार्ग बाजार चौक सरस्वती शिशु मंदिर क्रॉस लाइन रोड तक सडक़ों पर मवेशियों का जमावड़ा रहता हैं। स्टेट और नेशनल हाईवे पर एक किलोमीटर तक सैकड़ों मवेशी बैठे रहते हैं। बारिश के दिनों मे मवेशी कीचड़ से बचने सुखी जगह खोजते हैं बारिश सडक़ पर बैठ जाते हैं।
पंचायत के कर्मचारियों पर करें कार्रवाई
नगर वासियों ने बताया कि कुछ दिन पहले प्रशासन ने आवारा मवेशियों को गोठन पहुंचने अभियान चलाया था। अब मवेशियों को हांकने नजर नहीं आते। जिला कलेक्टर के आदेश सिर्फ दिखावे के लिए लागू किए जाते हैं। बाद में उन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता हैं। लोगों ने मांग की है कि ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाही हो।
क्षेत्रवासियों ने कहा कि नगर पंचायत के कर्मचारी इसे लेकर कुछ नहीं कर रहे हैं। उन्हें लोगों की जान की जरा से भी परवाह नहीं हैं। नगर के लोगों ने सख्त कार्रवाई और व्यवस्था की मांग की है।