बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 19 सितंबर। किसी भी राष्ट्र की प्रगति में शिक्षा व्यवस्था का सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जहां शिक्षा का स्तर कमजोर है वहां सामाजिक, सांस्कृतिक विकास का स्तर भी न्यून होता है। इसलिए प्रारंभिक शिक्षा की नींव मजबूत होनी चाहिए। लेकिन संसाधनों और शिक्षकों की कमी से यह संभव नहीं है।
शासकीय प्राथमिक शाला कुम्हली, विकास खंड पाटन, में इस स्थिति से उबरने के लिए प्रधान पाठक सीएल साहू ने समाज के बुद्धिजीवियों के समक्ष अपनी बात रखी। गांव के प्राथमिक शाला से पढक़र निकले और उच्च शिक्षा प्राप्त कर आज भारतीय रेलवे में लोको पायलट के पद पर कार्यरत उत्तम कुमार साहू ने रेल की तरह गांव के शिक्षा स्तर को भी पटरी पर दौड़ाने दरियादिली दिखाते हुए शिक्षण व्यवस्था के लिए दस हजार रुपए की दान विद्यालय को समर्पित किए हैं।
उत्तम साहू शासकीय सेवक होने से गांव बाहर रहते हैं, लेकिन गांव समाज के प्रत्येक सुख दुख में अपनी सहभागिता एवं मिलनसार व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा क्षेत्र में उनकी विशेष रूचि होने से जब भी गांव आते हैं बच्चों से पढ़ाई लिखाई के बारे में अवश्य बातचीत करते और रोजगार परक शिक्षा के मार्गदर्शन करते हैं। उनका परिवार भी उच्च शिक्षित परिवार हैं। उन्होंने प्रधान पाठक के शिक्षा के प्रति नवाचार, जैसे चि_ी पत्री लेखन की पुरानी परंपरा को जीवित रखने के प्रयासों की बहुत सराहना की, प्रधान पाठक के इस नवाचार को समग्र शिक्षा परियोजना निदेशालय के चर्चा पत्र पर भी स्थान मिला है। भविष्य में भी छोटे छोटे अकादमिक समस्याओं पर सहयोग के लिए भरोसा दिलाया। उत्तम साहू के दानशीलता के लिए प्रधान पाठक ने आभार जताया।