बलौदा बाजार

12 दिन में 12 को कुत्ते ने काटा लेकिन नसबंदी और टिके की व्यवस्था नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 14 सितंबर। शहरी क्षेत्र में कुत्तों का आतंक बढ़ते जा रहा है। पहले ठंड और गर्मी में तो अब बरसात में भी खूंखार हो चुके हैं। स्थिति यह है कि पिछले 5 महीने के भीतर ही जिले के सभी शहर एवं कस्बाई क्षेत्र में डाक बाइट के 2100 मामले सामने आ चुके हैं। जिले में पिछले 1 साल में 5 हजार 35 लोगों को कुत्ते ने काटा है। जिसमें से एक की मौत भी हुई है। बलौदाबाजार नगर पालिका सहित 15 दिनों के अंदर जिले के सभी नगरी निकाय को कुत्ता आवारा कुत्तों की नसबंदी और रेबीज टीकाकरण की जानकारी मांगी है। डॉ. नितिन तिवारी के अनुसार यह एक महामारी के रूप में है। बच्चों को बाहर निकलने से ही मना कर दिया गया है। शिक्षा विद प्रो.एसएन उपाध्ये ने कहा कि कुत्तों के काटने से मानव अधिकार भी प्रभावित हो रहे हैं।
शहरी क्षेत्रों में सडक़ों पर झुंड की सडक़ में कब्जा जमाए बैठे कुत्तों के निशाने पर बच्चे हैं। पिछले महीने पुराना बस स्टैंड रिसदा रोड महात्मा गांधी चौक में घटित अलग-अलग घटनाओं में कुत्तों ने शहर के तीन बच्चों को अपना निशाना बनाया है। सितंबर के महीने 12 दिनों में ही आवारा कुत्तों ने 12 लोगों को अपना शिकार बनाया है। अमलीडीह के 5 साल के बम्हन मुडी के चार साल के कृष्ण बलौदाबाजार की 5 वर्षीय निविया तीनों बदले हुए नाम है। जो जख्मी किया किया है।
इधर मुख्य नगर पालिका अधिकारी का कहना है कि आवारा कुत्तों के काटने के बाद नगर पालिका के पास शान की ओर से कोई व्यवस्था फिलहाल नहीं है। फिर भी 1100 में कॉल कर सकते हैं। यथासंभव मदद की जाएगी।
पागल कुत्ते ने एक दिन में ही 19 लोगों को काटा
13 मई में 2024 को नगर पंचायत लवन के मुख्य मार्ग के पास एक पागल हो चुके कुत्ते ने एक ही दिन में 19 लोगों को काटा था। मुख्य मार्ग में हो या रायपुर रोड जगह-जगह पर खुलने वाले मुर्गा, मीट, मछली की दुकानों से मांस खुली जगह पर फेंक दिया जाता है। यहां तक ढाबे वाले भी जूठन की हड्डियों के ढाबे के बाहर ही फेंक देते हैं। इसे खाकर कुत्तों में मांस खाने की लत लगती जा रही है। इससे वे काटने के लिए प्रेरित होते हैं।
आवारा कुत्तों का खौफ
शहर के पुराना बस स्टैंड नया बस स्टैंड अंबेडकर चौक गार्डन चौक पुराना बस्ती मंडी रोड वंशराज तिवारी चौक गांधी चौक गोल बाजार आदि मोहल्ले ऐसे हैं जिनके लगभग हर गली में आवारा कुत्ते मिलते हैं जो झुंड बनाकर रहते हैं। कई कुत्ते एक साथ हमला करते हैं बचाना संभव नहीं हो पाया पता है। अनुमान के मुताबिक शहर शहरी क्षेत्र में लगभग 500 से ज्यादा कुत्ते हैं वास्तविक आंकड़े नगर पालिका के पास भी नहीं है।
आयोग को दे देने रिपोर्ट तैयार की जा रही सीएमओ
मानव अधिकार आयोग ने प्रदेश के सभी नगर निकायों सहित बलौदाबाजार जिले के सभी नगर पालिका अधिकारियों से जानकारी मांगी है कि कितने आवारा कुत्तों को पकड़ा कितनों की नसबंदी की कितने कुत्तों को एंटी रेबीज टीका लगाया और आवारा कुत्तों के व्यवस्थापन के लिए क्या काम किया गया है।
सीएमओ की खिरौद्र भोई ने बताया कि पालतू कुत्तों के मालिकों ने जनहित की सुरक्षा के लिए तो एंटी रेबीज के टीके लगवाए है, लेकिन आवारा कुत्तों को टीके लगाने के लिए हमारे पास अभी शासन से साधन प्राप्त नहीं हुआ है। इस संबंध में शासन से मांगी गई जानकारी के बाद रिपोर्ट तैयार की जा रही है। वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश अवस्थी ने कहा कि हमारे पास रेबीज के इंजेक्शन सहित बचाव के पर्याप्त साधन शासन की तरफ से उपलब्ध है।