बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 11 मार्च। जनपद पंचायत अध्यक्ष कसडोल के विरुद्ध लाया गया अविश्वास प्रस्ताव 10 मार्च को 19 के विरुद्ध 6 मत से पारित हो गया। इस तरह भाजपा के काबिज अध्यक्ष पद पर स्थान रिक्त हो जाने के बाद कांग्रेसियों के काबिज होने का रास्ता साफ हो गया है।
गौरतलब हो कि सामान्य सीट पर अनुसूचित जाति की गौरीदेवी दूसरी बार अध्यक्ष पद पर काबिज थीं। अध्यक्ष चुनाव के समय भाजपा खेमा पूरी जोश के साथ जुटा था, निर्वाचित होने के बाद जनपद प्रांगण में जश्न मनाया गया था, जबकि लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेसियों के साथ भाजपाई जनपद सदस्यों को सहयोग देते देखा गया है ।
जनपद पंचायत कसडोल में कलेक्टर के निर्देशानुसार अविश्वास प्रस्ताव सम्मिलन बुलाया गया। रिटर्निंग अफसर विवेक पटेल तहसीलदार कसडोल के द्वारा जनपद सदस्यों को नियमों की जानकारी देकर अविश्वास प्रस्ताव सम्मिलन कराया। विवेक पटेल ने बताया कि गौरी देवी सिंह के पक्ष में 6 मत पड़े, वहीं विपक्ष में 19 मत पड़े। अंतत: गौरी देवी सिंह अपना अध्यक्ष पद नहीं बचा पाई।
गौरतलब है कि 13 जनपद सदस्यों ने कलेक्टर डोमन सिंह के पास हस्ताक्षर युक्त अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन किये थे।