बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 मार्च। जनपद पंचायत सिमगा में व्याप्त भ्रष्टाचार होने तथा अंचल में स्थापित कुछ सीमेंट संयंत्रों में प्रबंधक की मनमानी के खिलाफ करीब 6 माह पूर्व जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री को आवेदन देकर जांच की मांग करने के बावजूद अब तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से नाराज होकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बसंत आडिल द्वारा गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर में अकेले ही अनिश्चितकालीन मौन धरना पर बैठ जाने से कांग्रेस पार्टी के भीतर और प्रशासनिक हल्के में खलबली बची है।
आडिल द्वारा कहा गया कि उनकी मांगों को निराकृत होने तक उनके द्वारा कार्यालयीन समय एवं दिवस में अनिश्चितकालीन मौन धरना जारी रखा जाएगा, वहीं कलेक्ट्रेट परिसर में कांग्रेसी नेता बसंत आडिल के धरने पर बैठने की जानकारी लगते ही कुछ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उन्हें मनाने का प्रयास किया गया। प्रयास सफल नहीं होने पर उनसे कलेक्ट्रेट परिसर में धरना पर बैठने से नियमों का उल्लंघन होने तथा निर्धारित धरना स्थल दशहरा मैदान में धरना देने की समझाइश दी गई।
आडिल ने धरने से कांग्रेस की दूरी चर्चा का विषय बनी
गौरतलब है कि बसंत आडिल द्वारा लगातार जनपद पंचायत में भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग को लेकर सूचना के अधिकार से प्राप्त दस्तावेजों के साक्ष्य संलग्न कर आवेदन दिए जाने के बावजूद जांच कार्रवाई में प्रशासनिक टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के समक्ष भी गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन अब तक उनके आवेदन पर किसी प्रकार की भी कार्रवाई नहीं होने की बात बताई गई है, वहीं श्री आडिल के गांधीवादी तारीख बताते हुए अकेले ही मौन धरना पर बैठने की खबर सोशल मीडिया के जरिए फैलने के बावजूद जिले के कांग्रेस जनों द्वारा उनसे मुलाकात करने तथा मनाने का कोई प्रयास नहीं किए जाने को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है।