बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 दिसंबर। भटगांव नगर के प्रेम भुवन प्रताप सिंह शासकीय स्कूल के खेल मैदान पर बनाए गए व्यावसायिक परिसर को हटाने के लिए गुरुवार को स्कूल के छात्र-छात्राओं ने सडक़जाम कर दिया। उनका कहना है कि व्यावसायिक परिसर बनने से हमारा खेल मैदान छोटा पड़ गया है, जिससे खेल आयोजन में परेशानी हो रही है। सडक़जाम देर रात तक जारी था। अंत में एडिशनल एसपी पीताम्बर पटेल के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ। लेकिन छात्रों ने छह दिन का समय दिया गया है अन्यथा उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।
उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत ने स्कूल के खेल मैदान पर व्यावसायिक परिसर बना दिया है। इस कारण खेल ग्राउंड छोटा पड़ गया है। इससे आक्रोशित विद्यार्थियों ने नगर पंचायत भटगांव के तिराहा मुख्य मार्ग दुर्गा चौक पर जाम कर दिया। किसान संघ व व्यापारी संघ ने अपनी दुकान बंद कर छात्रों का समर्थन किया।
मौके पर एसडीएम बिलाईगढ़ उपस्थित थे, लेकिन उन्होंने मांगों से संबंधित बच्चों से कोई वार्तालाप नहीं किया, जिससे छात्र नाराजगी जता रहे थे। तहसीलदार व पुलिस अधिकारी जाम हटाने में असफल रहे। इस सडक़जाम के कारण आम लोगों से लेकर यात्री परेशान रहे। छात्रों ने दोपहिया वाहन से लेकर साइकिल चालक को रोके रखा।
टैंट और भोजन की व्यवस्था कर रहे थे विद्यार्थी
रात 8:50 बजे तक जाम जारी था। छात्र वहीं पर भोजन व रात जागरण के लिए टेंट व्यवस्था तथा गद्दा कंबल की व्यवस्था कर चुके थे। आखिर में एडिशनल एसपी पीतांबर पटेल के आश्वासन पर छात्र माने और सडक़जाम को समाप्त किया। मांगों के लिए छह दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है अन्यथा उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
अंत में एडिशनल एसपी पीताम्बर पटेल के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ, लेकिन छात्रों ने छह दिन का समय दिया गया है अन्यथा की स्थिति में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। साथ ही छह दिनों के लिए व्यावसायिक परिसर को सील किया जाएगा।
गिधौरी से सरसींवा मार्ग रहा बाधित
विद्यार्थियों ने नगर पंचायत भटगांव के गिरवानी पहुंच मार्ग पर सडक़जाम किाय। छात्र-छात्राओं ने गिधौरी से सरसींवा पहुंच मार्ग को पूरी तरह बंद कर दिया था। इस दौरान छात्र-छात्राओं के हुजूम को संभालने और उनकी सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद था। मौके पर बिलाईगढ़ एसडीओपी संजय तिवारी भी पहुंचे हुए थे। स्कूल के बच्चे लगातार सात घंटों से सडक़ पर ही डटे रहे।