बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 26 अगस्त। नये जिले के निर्माण मे भाटापारा की उपेक्षा के बाद जनमानस आक्रोशित हो गया है इसी क्रम में नगर के कुर्मी समाज के लोगों ने पृथक भाटापारा जिला की मांग का पुरजोर समर्थन किया है। इस संबंध मे समाज के मिडिया प्रभारी एस आर वर्मा ने कहा है कि भाटापारा, सिमगा, नांदघाट तथा सुहेला तहसील को मिलाकर भाटापारा नया जिला बनाने की मांग का समर्थन छग मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज नगर इकाई के द्वारा किया गया है।
नया जिला भाटापारा की अनुमानित जनसंख्या लगभग 5 लाख है इसमें 47 शहरी वार्ड 250 के आसपास ग्राम पंचायतें आयेगी नये जिले का क्षेत्रफल 2281 वर्ग किलो मीटर होगा भाटापारा जिला मुख्यालय मुम्बई-हावडा मुख्य रेल्वे लाईन पर स्थित है जो कि रेल्वे को सर्वाधित आय देने वालो स्टेशनों मे से एक है वहीं कृषि उपज के क्षेत्र मे यहां प्रदेश की सबसे बडी मंडी है वहीं भाटापारा सडक मार्ग व रेल मार्ग दोनो से परिपूर्ण है यहां से देश के किसी भी हिस्से मे आसानी से आवागमन किया जा सकता है शहर से क्रमशरू चार किलोमीटर व सात किलोमीटर दूर शिवनाथ नदी का अथाह जल प्रवाह होता है जिससे जिले के सभी लोगों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा।
भाटापारा को स्वतंत्र जिला शीघ्र घोषित किया जाये नये भाटापारा जिले के लिये पूर्व गृह मंत्री स्व। नंदकुमार पटेल ने घोषणा की थी कि छत्तीसगढ मे जब भी नये जिलो का गठन होगा भाटापारा 28 वां जिला होगा लेकिन उक्त मांग को दर किनार कर दिया गया है।
मौजूदा हालात मे अब नये जिले के अस्तित्व के रूप मे साकार करने का समय आ गया है। शासन के प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिए थे कि छत्तीसगढ़ में 28 वां जिला भाटापारा बनेगा परन्तु खेद का विषय है कि अभी तक 32 जिलो में भी भाटापारा का नाम नहीं है। जिला की मांग करने वालो में सामाजिकजन एस आर वर्मा, लेखराम वर्मा, रमेश कुमार वर्मा, राधेश्याम वर्मा, डॉ. डीपी वर्मा, लखन कश्यप, हृदयेश करसायल, दीपक टिकरिहा व के के वर्मा आदि शामिल है।