बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 25 अगस्त। ग्रामपंचयत सेमरिया विकासखंड कसडोल (क) के उप सरपंच के विरुद्ध लाया गया अविश्वास प्रस्ताव 14 कुल मतों के विरुद्ध 12 मतों से पारित हो गया। जिसके बाद उपसरपंच का पद रिक्त घोषित कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामपंचयत सेमरिया के उपसरपंच हितेश्वर श्रीवास के विरुद्ध सरपंच सहित पंचों नें विभिन्न आरोपों के तहत अविश्वास प्रस्ताव 10 अगस्त को पीठासीन अधिकारी कसडोल एसडीएम मिथिलेश डोंडे को प्रस्तुत किया था। जिस पर उन्होंने तहसीलदार कसडोल को सर्वप्रथम पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया था। जिनकी अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार श्रीधर पंडा को नियुक्त किया गया था। जिनके द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों को सूचित कर सोमवार 23 अगस्त को सम्मेलन आहूत किया गया था, जिसमें उपस्थित 14 के विरुद्ध 12 मतों से अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। उपसरपंच के पक्ष में एक स्वयं के अलावा 1 और का साथ मिंला। इस तरह एकतरफा विधिवत अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद पीठासीन अधिकारी श्री पंडा ने उपसरपंच का पद रिक्त घोषित करते हुए अग्रिम कार्रवाई की घोषणा की गई।
उपसरपंच पर प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव में सरपंच सरस्वती साहू से 50 हजार रुपये की बेवजह मांग कर परेशान करना, पंचायत के विभिन्न विकास कार्यों में दखलंदाजी करना, पंचों तथा सरपंच में हमेशा फूट डालने का प्रयास करना, ग्राम पंचायत के कार्यों में रुचि नहीं लेना, एजेंडों का कारण विरोध करना आदि आरोप लगाए गए थे।