बलौदा बाजार

नर्स भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक
18-Aug-2021 5:50 PM
नर्स भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 18 अगस्त।
नर्स भर्ती प्रक्रिया सवालों के घेरे में आने के बाद अब स्थगित कर दी गई है। खास बात ये है कि इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. केआर सोनवानी ने खुद आदेश जारी किया है। 

यह मामला शैक्षिक योग्यता और अनुभव के आधार पर बनी मेरिट में टॉपर रहे अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के बाद बाहर कर देने से जुड़ा हुआ है। जिस पर अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया पर धांधली का आरोप लगाते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। तब सीएमएचओ ने कहा था कि चयन में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती गई है। इसमें धांधली जैसी कोई बात नहीं है।अब देर शाम जारी आदेश में सीएमएचओ ने कहा है कि भर्ती संबंधी आदेश को अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया जा रहा है। 

अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था कि ऐसे लोगों का चयन किया गया है, जो 100वें नंबर में भी जगह नहीं बना पाए थे। उन्होंने बताया थाकि 14 अंक देकर आगे बढ़ाया गया और टॉपरों को कम नंबर देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया। अभ्यर्थी राजेश्वर, भारती साहू, रीना साहू, शशि कला वर्मा, विनोद कुमार, पुनेश्वरी ने बताया कि एक अभ्यर्थी ने सामान्य वर्ग में टॉप-9 में जगह बनाई है। वह स्ष्ट वर्ग में भी पहले नंबर पर है, फिर भी उसका चयन नहीं किया गया। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि चयन प्रक्रिया में धांधली की गई है। उनका कहना है कि कम कम अंक वाले लोगों को इंटरव्यू में ज्यादा नंबर देकर चयन किया गया है।

ज्ञात हो कि सीएमएचओ की ओर से निकाली गई विज्ञप्ति में संविदा पर नर्स की भर्ती होनी थी। इसके लिए ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में मिले नंबरों पर 80 अंक, एक से 5 साल के जीएनएम अनुभव पर 20 अंक, एनएचएम में कार्यरत अभ्यर्थियों के लिए 15, अन्य सभी के अनुभव पर 10 अंक का निर्धारण किया गया था। इसी आधार पर आए आवेदनों में से मेरिट सूची बनाई गई। इसके आधार पर अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। कुल मिलाकर 20 पदों पर भर्ती होनी थी। जिसमें प्रति एक पद पर 3 लोगों को इंटरव्यू के लिए बुलाना था। इस प्रकार 20 पदों के लिए कुल 60 लोगों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाना चाहिए था। 

मगर 60 की जगह कुल 100 लोगों को इंटरव्यू के लिए बुलाया था। इसमें भी अभ्यर्थियों ने गड़बड़ी क आरोप लगाया था।
वहीं जब भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों ने धांधली का आरोप लगाया तब सीएमएचओडॉ. केआर सोनवानी ने कहा कि यन में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती गई है। इसमें धांधली जैसी कोई बात नहीं है। इंटरव्यू में आए अभ्यर्थियों का सेलेक्शन चयन समिति ने किया है। यह इंटरव्यू 20 नंबर का था। अभ्यर्थियों को उनके साक्षात्कार के अनुरूप अधिकतम नंबर दिए गए हैं।  सीएमएचओ डॉ. सोनवानी ने कहा कि कोई जरूरी नहीं है कि अभ्यर्थी मेरिट में टॉपर रहे तो इंटरव्यू में भी टॉप करे।

120 लोगों की भर्ती की गई थी रद्द
जिले में पहले भी इस तरह के आरोप स्वास्थ्य विभाग पर लगते रहे हैं। इससे पहले जिले में 120 लोगों की फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया था। उस दौरान ड्रेसर, वार्ड बॉय, नर्स समेत 120 पदों पर भर्ती हुई थी। तब भी इसी तरह से अभ्यर्थियों ने भर्ती में धांधली करने का आरोप लगाया था। इसके बाद मामले की जांच हुई तब 120 लोगों की नियुक्ति को रद्द कर दिया गया था। इस मामले में सिलेक्ट हुए लोग नियुक्ति रद्द करने के फैसले के खिलाफ सुप्रमी कोर्ट तक पहुंच गए थे। अभी ये मामला सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है।
 


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