बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 12 अगस्त। जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत सैहा से चांपा 3 किलोमीटर मार्ग 30 साल से नहीं बन पाया है। ग्राम सैहा पलारी ब्लाक में आता है। जहां के ग्रामीण दर्जनों बार इस सडक़ को डामरीकृत बनाने की मांग करते करते थक चुके हैं, किंतु इनका दर्द सुनने वाला कोई नहीं है।
ग्रामीणों के अनुसार बीजेपी की 15 साल की सरकार में किसी भी नेता या मंत्री ने इस सडक़ को बनवाने ध्यान नहीं दिया। बलौदाबाजार जिले में छह सीमेंट संयंत्र स्थापित है, खनन क्षेत्रों से जिले में डीएमएफ मद का करोड़ों की राशि जिले के विकास में खर्च हो रहा है, पर इस मार्ग की हालत बदहाल है।
इस मामले में ग्राम सैहा के सरपंच प्रतिनिधि परमेश्वर अवधेलिया ने बताया कि पिछले साल मातर कार्यक्रम में विधायक शकुंतला साहू आई थी। जिससे मांग करने पर उन्होंने सडक़ बनवाने का आश्वासन दिया था, पर एक साल होने को है सडक़ नहीं बन पाई हैं। लोक निर्माण विभाग संभाग बलौदाबाजार के ईई. टीकम चंद वर्मा ने मरम्मत कराने का आश्वासन दिया है, किंतु अब तक किसी प्रकार की मदद नहीं पहुंची है।
सडक़ की समस्या के संबंध में चांपा की सरपंच योगेश्वरी गुरु ने बताया कि उन्होंने भी मार्ग डामरीकरण की समस्या को लेकर क्षेत्रीय विधायक व विभागीय अधिकारियों से मुलाकात कर समस्या से अवगत कराएं हैं, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की स्वीकृति नहीं हुई है।
शकुंतला साहू विधायक व संसदीय सचिव ने कहा कि जनता की समस्याओं से वाकिफ हूं। मार्ग के डामरीकरण का प्रस्ताव भेजा गया था कोरोनावायरस थे कार्य अटका हुआ है। राशि जारी होते ही मार्ग का डामरीकरण करवाया जाएगा।


