बालोद
पुलिस पर पीटने का आरोप
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बालोद, 27 अगस्त। बीती रात शहर में शराब पीकर घूम रहे चार युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और रात को इतनी पिटाई की कि निशान पड़ गए। मुलाहिजा तक बात पहुंची युवकों ने डॉक्टर को पीड़ा भी बताई, पर मुलाहिजा कर रही डॉक्टर ने कहा कि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है और जब मीडिया ने उन्हें तस्वीरें दिखाई तो उन्होंने कहा-युवकों ने हमें कुछ बताया नहीं। पूरा मामला बालोद थाना क्षेत्र का है।
इस संबंध में थाना प्रभारी बालोद नवीन कुमार बोरकर का कहना है- मैं इस विषय पर कुछ नहीं बोल सकता अधिकारी लोग बता सकते हैं उन लोग संदिग्ध हालत में मिले थे, इसलिए कार्रवाई की गई है रोज चोरियां हो रही है इसलिए मारपीट जैसा कुछ नहीं किया गया है।
हीरापुर एवं सिवनी के हैं युवक
बीती रात बालोद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हीरापुर के तीन युवक एवं सिवनी का एक युवक शेरे पंजाब ढाबा से पार्टी मना कर बालोद गंजपारा क्षेत्र में एक ही गाड़ी में घूम रहे थे। इसी दौरान एक पुलिस द्वारा निजी वाहन से उन चारों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें थाना ले जाया गया। युवकेंा का आरोप है कि उन्हें पुलिस के द्वारा बेहद पीटा गया है।
गुप्त जगहों पर चोट के निशान
जब मुलाहिजा हो रहा था, तब कुछ आरक्षक वहां मौजूद थे, पर मीडिया की मौजूदगी की खबर जैसे ही थाने को लगी, आरक्षकों की संख्या बढ़ती गई और फिर युवकों को अपना चोट छुपाना पड़ा। दरअसल उनके पीछे के हिस्से में गहरी चोट के निशान हैं डंडे एवं पट्टे से मारे गए चोट के निशान हैं।
धारा 151 के तहत कार्रवाई
रात में घूम रहे इन युवकों के खिलाफ पुलिस द्वारा धारा 151 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया और सुबह इन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद इन्हें जेल दाखिल करने का आदेश किया गया और इन्हें जेल दाखिला पूर्व मुलाहिजा के लिए लाया गया।
परिजनों ने बताई व्यथा
चार युवकों के परिजन जो एसडीएम न्यायालय पहुंचे हुए थे, उन्हें चारों युवकों ने अपनी व्यथा बताई, फिर उनके परिजनों ने मीडिया को यह व्यथा बताई और कोर्ट के बाहर ही युवकों ने अपने गुप्त जगह को दिखाया, जहां पर चोट के निशान थे। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए युवकों के नाम धनेश्वर साहू खिलानंद साहू, भूपेंद्र सिन्हा व कोमेश्वर साहू हैं।
डॉक्टर ने कहा नहीं दिखाएं जख्म
मुलाहिजा करने वाली डॉ. दीपिका पटेल से जब 'छत्तीसगढ़' संवाददाता ने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि इन युवकों द्वारा कहा जा रहा था कि उन्हें पीटा गया है, परंतु उनके द्वारा जख्म जैसी कोई बात नहीं बताई गई। जब 'छत्तीसगढ़' ने तस्वीर उन्हें दिखाई तो फिर चौंक गई और उन्होंने कहा कि उन्हें बताना चाहिए था कि उन्हें शरीर में चोट भी लगी है। युवकों के परिजनों ने आरोप लगाया कि रात भर थाना परिसर में पीटा गया है।
चोरी के शक में उठाए
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस वाले इस बात का हवाला दिया जा रहा है कि उक्त चार युवकों को चोरी के शक में उठाया गया है उस क्षेत्र में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही हैं जिसे देखते हुए द्वारा हुए पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार किया गया।


