अविनाश द्विवेदी
अमेरिका और चीन के बीच टिकटॉक को लेकर फ्रेम वर्क डील हो गई है हालांकि अब भी कई ऐसे सवाल हैं, जिनका हल खोजा जाना बाकी है.
टिकटॉक के अमेरिकी वर्जन का अमेरिका को मिल जाना, इतना भी आसान नहीं होगा. टिकटॉक को अमेरिका को बेचे जाने को लेकर चीन की अब भी कई पहलुओं पर सहमति नहीं है. इस बीच चीन ने कहा है कि यह ऐसी डील को प्रोत्साहित करता है, जिसमें हितों का संतुलन बना रहे. हालांकि एक दिन पहले ही डॉनल्ड ट्रंप ने कहा था कि ऐसी एक डील पर प्रगति हो रही है, जिसमें टिकटॉक के मालिकाने को अमेरिकी कंपनी को दिया जाएगा.
इस बीच टिकटॉक ने एक बार फिर से पिछले हफ्ते की कुछ बातें दोहराई हैं. चीनी सरकार ने कहा है कि टिकटॉक को लेकर चीन की स्थिति स्पष्ट है. यह बाजार नियमों पर आधारित व्यापारिक बातचीत का स्वागत करता है. ताकि ऐसे हल तक पहुंचा जा सके जो चीन के कानूनों और नियमों के अनुकूल हो और जिसमें हितों का संतुलन बना रहे. चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, चीन पिछले हफ्ते वाली स्थिति को ही दोहराता है.
कई पहलुओं पर स्पष्टता नहीं
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शुक्रवार को बातचीत हुई थी. इसके बावजूद भी कई अहम सवालों का जवाब दिया जाना बाकी है. दोनों राष्ट्रपतियों के बीच हुई बातचीत में टिकटॉक के मालिकाने को लेकर भी चर्चा हुई थी. दरअसल मालिकाने का स्वरूप अब भी स्पष्ट नहीं है. चीन जानना चाहता है कि ऐप की अंदरूनी कार्यप्रणालियों पर चीन का कितना नियंत्रण रहेगा और चीन अगर अपनी सबसे सफल कंपनियों में से एक पर अमेरिका के नियंत्रण की अनुमति देता है, तो बदले में इसे क्या मिलेगा.
अमेरिका में 17 करोड़ से ज्यादा लोग टिकटॉक का इस्तेमाल करते हैं. अमेरिका और चीन के बीच होने वाली व्यापार वार्ताओं में इस ऐप पर फैसला बहुत अहम है. जानकार मान रहे हैं कि वायुयानों से लेकर सोयाबीन तक, दोनों बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच, कई चीजों का व्यापार इस चीनी ऐप के भविष्य पर निर्भर करता है. हालांकि दुनिया की दोनों ही सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं बहुत संभल संभल कर एक-दूसरे के साथ व्यापार पर बातचीत को आगे बढ़ा रही हैं.
फिलहाल बंद होने से बच गया टिकटॉक
ऐसे में चीन की ओर से कही गई बात अहम हो जाती है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है, "उम्मीद है अमेरिकी पक्ष भी, चीनी लक्ष्य की ओर ही बढ़ते हुए काम करेगा. ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारियां निभाएगा और चीनी कंपनी के अमेरिका में कामकाज के लिए व्यापार का स्वतंत्र, निष्पक्ष, समान और गैर-पक्षपाती माहौल उपलब्ध कराएगा." चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता हे याडोंग ने उम्मीद जताई है कि टिकटॉक पर डील के आधार पर अमेरिका, चीनी कंपनियों पर लागू व्यापार बाधाओं को भी कम करेगा.
इसी हफ्ते स्पेन की राजधानी मैड्रिड में अमेरिका और चीन के बीच टिकटॉक को लेकर फ्रेमवर्क डील हो गई है. चीनी अधिकारियों और चीन के सरकारी चैनलों ने इसे दोनों ही पक्षों की जीत वाला सौदा बताया था. चीन ने दावा भी किया था कि वो टिकटॉक के टेक्नोलॉजी एक्सपोर्ट और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी लाइसेंसिंग का निरीक्षण करेगा.
फ्रेमवर्क डील के जरिए ट्रंप ने अपने रास्ते से टिकटॉक को अमेरिका में जारी रखने की बाधा दूर कर ली है. नहीं तो अमेरिकी कांग्रेस की ओर से जनवरी, 2025 के अंत तक अमेरिका में टिकटॉक को बंद किए जाने का आदेश जारी किया गया था. अगर टिकटॉक की मालिक कंपनी बाइटडांस इसकी अमेरिकी संपत्तियों को अमेरिका को बेचने पर राजी नहीं होती तो ऐसा हो जाता.