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बगदाद, 12 नवंबर। इराक के नागरिकों ने मंगलवार को कड़ी सुरक्षा और एक प्रमुख राजनीतिक गुट के बहिष्कार के बीच संसदीय चुनाव में मतदान किया। उत्तरी शहर किरकुक में पार्टी समर्थकों के बीच रात में हुई झड़प की ही एकमात्र तत्काल खबर प्राप्त हुई, जिसमें दो पुलिस अधिकारी मारे गए।
पत्रकारों ने कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की उपस्थिति कम होने की बात कही।
चुनाव अधिकारियों ने मतदान समाप्त होने के बाद पंजीकृत मतदाताओं में से 55 प्रतिशत के मतदान करने की घोषणा की।
हालांकि, 3.2 करोड़ पात्र मतदाताओं में से कई ने पंजीकरण नहीं कराया और केवल 2.14 करोड़ ने ही चुनाव से पहले अपनी जानकारी अद्यतन की और मतदाता पहचान पत्र प्राप्त किए।
ये आंकड़ा, 2021 के पिछले संसदीय चुनाव में 2.4 करोड़ की तुलना में कम है। यह चुनाव पिछले दो वर्षों में क्षेत्र में हुए बड़े बदलावों के बाद हुआ, जिनमें गाजा व लेबनान में युद्ध, इजराइल व ईरान के बीच संक्षिप्त युद्ध और पिछले दिसंबर में सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद का तख्तापलट शामिल है।
प्रभावशाली शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर के नेतृत्व वाले लोकप्रिय सदर आंदोलन ने चुनावों का बहिष्कार किया।
अल-सदर के गुट ने 2021 के चुनाव में सबसे ज्यादा सीट पर जीत हासिल की थीं लेकिन प्रतिद्वंद्वी शिया दलों के साथ गतिरोध के बीच सरकार बनाने पर बातचीत विफल होने के बाद चुनाव से हट गया।
तभी से अल-सदर का गुट राजनीतिक व्यवस्था का बहिष्कार कर रहा है।
बगदाद के बाहरी इलाके में सदर आंदोलन का गढ़ कहे जाने वाले सदर शहर के प्रवेश द्वार पर राजधानी के अन्य हिस्सों की तुलना में सुरक्षा बेहद कड़ी थी।
इराकी विशेष बल और संघीय पुलिस की तैनाती की गई थी और मुख्य सड़कों पर बख्तरबंद गाड़ियां और ‘हमवी’ तैनात हैं। (एपी)


