हर्बल गुलाल ने बनाई जिंदगी रंगीन
बालकोनगर, 17 मार्च। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने बताया कि स्व सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं को गुलाल बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। कंपनी के उन्नति परियोजना के अंतर्गत प्रशिक्षिण के माध्यम से एसएचजी सदस्यों ने विभिन्न उत्पाद बनाना शुरू किया है।
बालको ने बताया कि होली त्यौहार के मौके पर बनाये गुलाल से महिलाओं के जीवन में आत्मनिर्भरता के रंग भर गए हैं, जो उनके लिए अतिरिक्त आय सृजन का जरिया बना। बालको के उन्नति परियोजना के अंतर्गत डेकोराती माइक्रो-एंटरप्राइज से जुड़ी तीन एसएचजी समूहों की महिलाएं द्वारा गुलाल बनाने का कार्य किया जा रहा है। यह बाजार में नीला, बैंगनी, लाल, पीला, गुलाबी और बैंगनी रंगों में उपलब्ध है।
बालको ने बताया कि कंपनी केसहयोग से 2022 में गुलाल बनना शुरू हुआ, एसएचजी महिलाओं ने अब तक 300 किलोग्राम से अधिक हर्बल गुलाल का उत्पादन किया है। स्व सहायता समूह की महिलाओं को आजीविका का सशक्त जरिया दिया है, साथ इस साल अब तक 40,000 से अधिक की आय भी अर्जित की है।
बालको ने बताया कि यह बढ़ता हुआ प्रयास होली के रंगों में स्वावलंबन और सतत आजीविका का प्रतीक बन चुका है। पौधों की जड़ों और उसके पत्ते से निकाले गए प्राकृतिक रंग हमारी त्वचा के लिए सुरक्षित हैं। पर्यावरण के प्रति जागरूक को बढ़ावा देता है। उन्नति के गुलाल बायोडिग्रेडेबल और पर्यावरण के अनुकूल हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के साथ पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है।