‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 फरवरी। बिलासपुर नगर निगम चुनाव में भाजपा ने रिकॉर्ड जीत हासिल की है। पूजा विधानी की बड़ी जीत के साथ 49 वार्डों में भाजपा के पार्षद चुने गए हैं। कांग्रेस को 17 वार्डों का नुकसान हुआ है, जबकि निर्दलीय प्रत्याशियों ने 3 वार्डों में जीत दर्ज की। भाजपा इसे मोदी सरकार की नीतियों और राज्य सरकार की लोकप्रियता का नतीजा मान रही है।
भाजपा प्रत्याशी एल. पद्मजा उर्फ पूजा विधानी ने नगर निगम चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद नायक को 66,067 वोटों से हराकर महापौर पद पर कब्जा कर लिया। 16 साल बाद शहर को फिर से एक महिला महापौर मिली है। भाजपा ने 70 में से 49 वार्डों में जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस को 18 वार्ड और निर्दलीय प्रत्याशियों को 3 वार्ड मिले।
नगर निगम के महापौर और 70 वार्डों के पार्षदों के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज, कोनी में मतगणना हुई। पूजा विधानी को 1,50,011 (58.97%) वोट मिले।
प्रमोद नायक को 85,944 (33.34%) वोट हासिल हुए।
बसपा के आकाश मौर्य को 7,208 वोट, आम आदमी पार्टी के खगेश चंद्राकर को 3,879 वोट मिला तथा 2,892 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना।
पहले राउंड से ही पूजा विधानी की बढ़त लगातार बनी रही। साथ ही भाजपा के पार्षद प्रत्याशी भी एक के बाद एक जीतते गए। 2 बजे तक स्पष्ट हो गया कि भाजपा न केवल महापौर पद बल्कि 49 वार्डों में जीत के साथ नगर निगम पर कब्जा कर चुकी थी।
पिछले चुनाव में 35 वार्ड जीतने वाली कांग्रेस इस बार 18 वार्डों में सिमट गई और उसे 17 वार्डों का नुकसान हुआ।
भाजपा नेता अमर अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में "ट्रिपल इंजन सरकार" बनने से विकास को नई गति मिलेगी।
इस बार जीवन तीन वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने जगह बनाई। इनमें वार्ड 24 (राजेंद्रनगर) धूच कोरी, 43 सूर्यकिशोर राज तथा वार्ड 64 उधोराम साहू (निर्दलीय) शामिल हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद नायक ने कहा कि परिणाम अप्रत्याशित हैं और चुनाव प्रचार के दौरान जो समर्थन दिखा था, उससे परिणाम अलग आए हैं। उन्होंने ईवीएम में गड़बड़ी, प्रशासन की निष्पक्षता और वार्ड परिसीमन की खामियों पर सवाल उठाए।
भाजपा की इस ऐतिहासिक जीत का विजय जुलूस 16 फरवरी को महामाया चौक से गांधी चौक तक निकाला जा रहा है।