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नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निर्वाचन आयोग की ओर से हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनियमितताओं के कांग्रेस के आरोपों को ‘तुच्छ और निराधार’ बताकर खारिज किए जाने के बाद बुधवार को प्रमुख विपक्षी पार्टी से कहा कि उसे इस मुद्दे पर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और देश से माफी भी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे एक पत्र में आयोग ने कहा कि इस तरह के ‘तुच्छ और बेबुनियाद’ संदेह ‘अशांति’ पैदा करने की क्षमता रखते हैं, खासकर मतदान और मतगणना जैसे महत्वपूर्ण चरण में, जब राजनीतिक दलों और जनता की बेचैनी चरम पर होती है।
हरियाणा में पांच अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 90 में से 48 सीटें जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी, जबकि कांग्रेस 37, इनेलो दो और निर्दलीय तीन सीटों पर विजयी रहे।
आठ पन्नों के पत्र के मुताबिक, कांग्रेस ने हरियाणा की 26 विधानसभा सीटों के कुछ मतदान केंद्रों पर गिनती के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के ‘कंट्रोल यूनिट’ पर बैटरी का स्तर 99 फीसदी दिखने पर सवाल उठाए थे और स्पष्टीकरण मांगा था।
आयोग ने कहा, “इस चिंता में ‘कंट्रोल यूनिट’ को बदले जाने की आशंका छिपी हुई थी।”
इस मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘‘1,642 पन्नों में चुनाव आयोग ने कांग्रेस को उसके निराधार और निरर्थक आरोपों पर विस्तृत जवाब दिया है। पार्टी अब पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है। उसे किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नहीं है और वह भारत की व्यवस्था को कमजोर करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस जिस तरीके से संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा को कम करने की कोशिश कर रही है, वह न केवल हास्यास्पद है बल्कि संदेहास्पद भी है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इसलिए चुनाव आयोग के जवाब के बाद कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए और आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।’’
निर्वाचन आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनियमितता से संबंधित कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा था कि पार्टी पूरे चुनाव नतीजों की विश्वसनीयता के बारे में उसी तरह का संदेह पैदा कर रही है, जैसा उसने अतीत में किया था। (भाषा)