विचार / लेख
हिम युग के दौरान उत्तरी अमेरिका में फैले शुरुआती इंसानों ने मैमथ्स को अपने आहार का मुख्य हिस्सा बनाया था. वैज्ञानिकों ने पहली बार इन प्राचीन इंसानों के भोजन के बारे में सीधे सबूत जुटाए हैं.
अमेरिकी शोधकर्ताओं ने एक महिला के आहार का विश्लेषण किया, जो लगभग 12,800 साल पहले उत्तरी अमेरिका में रहती थी। यह जानकारी उसके बेटे की हड्डियों में मिले रासायनिक सुरागों से मिली, जिन्हें दक्षिण मोंटाना में पाया गया था। उस समय 18 महीने का यह बच्चा अपनी मां का दूध पी रहा था। इसलिए उसकी हड्डियों में उसकी मां के भोजन के रासायनिक निशान मौजूद थे।
शोध से पता चला कि महिला का आहार मुख्य रूप से मेगाफॉना (विशाल जानवर) के मांस पर आधारित था। इसमें 96 फीसदी हिस्सा बड़े जानवरों का था। इसमें 40 फीसदी मैमथ्स, बाकी हिस्से में एल्क, बाइसन, ऊंट और घोड़े शामिल थे। छोटे जानवर और पौधे उसके भोजन में लगभग ना के बराबर थे।
शोध के सह-लेखक और पुरातत्वविद जेम्स चैटर्स ने बताया, ‘विशाल कोलंबियन मैमथ्स ने मांस और ऊर्जा से भरपूर वसा का बड़ा स्रोत दिया। एक मैमथ का मांस कई दिनों या हफ्तों तक बच्चों, देखभाल करने वाली महिलाओं और बुजुर्गों के लिए काफी होता था, जब तक शिकारी अगला शिकार नहीं ढूंढ लेते।’
कोलंबियन मैमथ्स आज के हाथियों के रिश्तेदार थे। ये लगभग 13 फुट (4 मीटर) ऊंचे और 11 टन भारी होते थे। महिला और उसका बेटा क्लोविस संस्कृति का हिस्सा थे, जो लगभग 13,000 साल पहले जीवित थी। ये लोग बेहद घुमंतू जीवन जीते थे। उनके औजारों में बड़े पत्थर की भालों की नोक शामिल थीं, जो बड़े शिकार को मारने के लिए बनाई गई थीं। इनके पास बड़े पत्थर के चाकू और मांस काटने के औजार भी थे।
कैसे विलुप्त हुए विशाल जानवर
वैज्ञानिक शोध से यह साफ हुआ कि क्लोविस लोगों ने छोटे जानवरों और पौधों की तुलना में बड़े शिकार पर ज्यादा ध्यान दिया। इसी रणनीति ने उन्हें पूरे उत्तरी अमेरिका और फिर दक्षिण अमेरिका में तेजी से फैलने में मदद की। ये लोग बड़े शिकार के झुंडों का पीछा करते हुए बड़े इलाकों में फैल गए।
शोध के सह-लेखक और अलास्का यूनिवर्सिटी के पुरातत्वविद बेन पॉटर ने कहा, ‘यह अध्ययन यह समझने में मदद करता है कि हिम युग के अंत में मेगाफॉना कैसे विलुप्त हुए। यह दिखाता है कि इंसानों की भूमिका इसमें पहले से ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकती है।’
पहले भी एक शोध में कहा गया था कि इंसान ही धरती से मैमथ की विलुप्ति के लिए जिम्मेदार थे। क्लोविस लोग हिम युग के आखिरी दौर में उत्तरी अमेरिका में रहते थे। उस समय गर्म होती जलवायु के कारण मैमथ्स और अन्य बड़े शाकाहारी जानवरों का प्राकृतिक आवास कम हो रहा था। ये जानवर पहले शेरों और सिमिटर दांतेदार बिल्लियों जैसे शिकारियों से परिचित थे, लेकिन इंसानी शिकारियों का सामना उनके लिए नया था।
चैटर्स ने कहा, ‘क्लोविस लोग बेहद कुशल शिकारी थे। उन्होंने 10,000 साल तक मेगाफॉना का शिकार करते हुए अपने कौशल को निखारा। जब वे उत्तरी अमेरिका पहुंचे, तो उन्होंने तनाव में जी रहे बड़े शिकारों को निशाना बनाया, जिससे उनके विलुप्त होने की संभावना बढ़ गई।’
कैसे पता चला
यह जानकारी उस बच्चे की हड्डियों से मिली, जिसे 1968 में मोंटाना के वायलसाल इलाके में एक प्राचीन गिरी हुई चट्टान के नीचे खोजा गया था। उस बच्चे को अनौपचारिक रूप से ‘अनजिक बॉय’ कहा जाता है। वैज्ञानिकों ने उसकी मां के आहार का पता लगाने के लिए एक तकनीक का उपयोग किया जिसे स्थिर आइसोटोप विश्लेषण कहते हैं।
अलास्का स्टेबल आइसोटोप फैसिलिटी के निदेशक और शोध के सह-लेखक मैट वूलर ने बताया, "हम सभी कार्बन और नाइट्रोजन जैसे तत्वों से बने हैं, और हमारा खाना भी। इन तत्वों के आइसोटोप का मिश्रण किसी खास भोजन का रासायनिक संकेत देता है, जो खाने वाले के शरीर में शामिल हो जाता है।’
आदिवासियों का ज्ञान सबसे कारगर
वैज्ञानिकों ने बच्चे की हड्डियों में मौजूद आइसोटोप का अध्ययन कर उसकी मां के भोजन की जानकारी जुटाई। बच्चे के आहार में दो-तिहाई हिस्सा दूध और एक-तिहाई ठोस भोजन का था।
शोध में मां के आहार की तुलना उस समय के अन्य सर्वाहारी और मांसाहारी जानवरों से की गई। इसका मिलान होमोथेरीयम नामक सिमिटर दांतेदार बिल्ली के आहार से हुआ, जो मैमथ्स का शिकार करती थी। इससे पहले निएंडरथल मानवों द्वारा भी मैमथ के शिकार की पुष्टि हुई है।
शोध के नतीजे पिछले पुरातात्विक साक्ष्यों से मेल खाते हैं। जेम्स चैटर्स ने कहा, ‘हम लंबे समय से जानते हैं कि क्लोविस के औजार ज्यादातर बड़े शिकार के लिए बनाए गए थे और इनके अवशेष अक्सर मेगाफॉना की हड्डियों के पास पाए जाते हैं।’ (dw.com)