सरगुजा

अग्नि प्रहरी व मनरेगा मजदूरों ने वेतन विसंगति से कराया अवगत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 4 अप्रैल। नगर से सटे गेउर हरीतिमा में वन मण्डलाधिकारी बलरामपुर के निर्देश पर एसडीओ विजय भूषण केरकेटा के द्वारा संसदीय सचिव चिंतामणि महराज के आतिथ्य में वन परिक्षेत्र राजपुर, शंकरगढ़ एवं कुसमी के वनकर्मियों व अग्नि प्रहरियों की बैठक आयोजित की गई।
कार्यक्रम में संसदीय सचिव ने कहा कि अग्नि प्रहरी से लेकर वनकर्मियों व हम सभी को मिलकर वनों को बचाने की दिशा में हमेशा सतत प्रयास करते रहना चाहिए। वन बिना हम सबका जीवन अधूरा है। कुछ हमारे भाई आज भी वन अधिकार पत्र की उम्मीद में वृक्ष कटाई कर वन भूमि को कब्जा करने की कोशिश करते हंै, हमें उन सबको को भी रोकना है। कार्यक्रम के दौरान संसदीय सचिव ने वनकर्मियों से उनका कुशलक्षेम पूछने के साथ कार्य के दौरान आने वाले व्यवहारिक समस्यों के सम्बन्ध में चर्चा की।
इस दौरान अग्नि प्रहरियों ने बताया कि समय पर मानदेय न मिलने से जीवन यापन में कई व्यवहारिक समस्या उत्पन्न होती है और मानदेय अत्यधिक कम मिलता है। उनकी बातों को सुन संसदीय सचिव ने उन्हें आश्वस्त कराया कि मानदेय की समस्या पर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर दूर करने का प्रयास किया जाएगा, साथ ही वन समितियों एवं अग्नि प्रहरियों को मिलने वाला मानदेय 4000 को अब 5000 करने के निर्देशित किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान एसडीम राजपुर बालेश्वर राम, एल्डरमैन राजीव गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज अग्रवाल,नीलेश जायसवल,राजा मिश्रा, राहुल गुप्ता, विश्वास गुप्ता, एसडीओ विजय भूषण केरकेट्टा, राजपुर रेंजर अजय तिवारी, शंकरगढ प्रभारी रेंजर अखिलेश जायसवल, हरीतिमा प्रभारी सुशील ठाकुर, राही, साधु शरण दुबे, राय बाहदुर,रामानंद यादव सहित राजपुर शंकरगढ़ कुसमी के वनकर्मी उपस्थित थे।
मनरेगा मजदूरों की मजदूरी भुगतान की हुई शिकायत
हरीतिमा में मनरेगा से कार्य कर रहे मजदूरों को 7 माह से मजदूरी का भुगतान नहीं मिला है, वहीं एक मजदूर को बीते ढाई साल से मजदूरी भुगतान नहीं मिलने की शिकायत संसदीय सचिव से की गई। मजदूरों की शिकायत पर वन अमला को संसदीय सचिव ने निर्देशित किया कि आपसी व्यवस्था के तहत मजदूरी भुगतान के लिए ऐसी व्यवस्था हो कि कम से कम वो अपना घर-परिवार को चला सकें।