सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 5 जनवरी। रघुनाथपुर पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत जरहाडीह के आश्रित ग्राम ढोली कोरवा पारा बस्ती में शराब के नशे में धुत होकर सो रहे कोरवा दंपत्ति की झोपड़ी नुमा मकान में आग लग जाने का मामला सामने आया है। उस आग की चपेट में आकर 3 साल की बच्ची जिंदा जल गई।
हालांकि चर्चा यह भी है कि शराब के नशे में धुत उक्त व्यक्ति ने अपनी झोपड़ी में आग लगा दी थी। घटना के दूसरे दिन सुबह पति-पत्नी ने मृत बच्ची के शव को गागर नदी के तट पर ले जाकर बालू में दफना दिया था। घटना के बाद से पति पत्नी के फरार हो जाने पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि दोनों डर से फरार हो गए हैं। पुलिस का यह भी कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और कोरवा दंपत्ति के सामने आने के बाद ही यथास्थिति सामने आ सकेगी।
पुलिस के अनुसार 3 जनवरी की रात रति राम कोरवा शराब के नशे में धुत होकर अपने झोपड़ी नुमा घर में पहुँचा था। रात्रि भोजन करने के पश्चात पति पत्नि नशे की हालत में अपनी तीन वर्षीय बच्ची के साथ सो गए। झोपड़ी के बाहर ही एक चूल्हा भी जल रहा था। पुलिस के अनुसार देर रात झोपड़ी में आग लग गई। कोरबा दंपति तो बाहर निकल गए परंतु उस आग में 3 साल की बच्ची की जलकर मौत हो गई।
घटना के संबंध में यह बात भी सामने आ रही है कि कोरवा दंपत्ति ने अन्यत्र स्थान पर दूसरों के घर पर सो रहे अपने पुत्र संजय को उठाकर रात्रि लगभग 2 से 5 बजे के करीब फावड़ा मांगा। संजय द्वारा कारण पूछने पर रति द्वारा बताया गया कि झोपङ़ी में आग लग गयी है और तुम्हारी बहन की आग में जलने से मौत हो गई है। जिस पर संजय अस्पताल ले जाने की बात कहते हुए अपने कमरे में मोबाइल लेने अंदर प्रवेश किया। इसी दरमियान रति राम घर में रखे हुए फावड़े को लेकर गागर नदी के तट पर ढोढ़ी के करीब गड्ढा खोदकर बच्ची के शव को रेत में दफनाने के बाद फरार हो गया।
पानी भरने गई महिलाओं ने देखा, तब सामने आया मामला
दूसरे दिन प्रात: गागर नदी के तट पर स्थित ढोढ़ी में पीने के लिए पानी भरने गई महिलाओं ने ढोढ़ी से 5 से 10 मीटर की दूरी पर रेत का टीला देखा। जिसमें कपड़े से लपेटे हुए मृत बच्ची को दफनाया गया था। जिसे देखकर महिलाएं ग्राम पंचायत जरहाडीह के सरपंच बिसुन राम नागेश को दी गई।
बिसुनराम नागेश द्वारा पुलिस चौकी रघुनाथपुर को घटना की जानकारी दी गई। घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुवे नायब तहसीलदार लुंड्रा मुकदेव प्रसाद यादव, लुंड्रा चिकित्सक, रघुनाथपुर पुलिस चौकी प्रभारी संदीप कौशिक, सहायक उप निरीक्षक राजेश्वर महंत दल बल के साथ घटनास्थल एवं नदी तट के करीब दफनाये हुए स्थल पर पहुंचे। ॉ
नायब तहसीलदार की उपस्थिति में पंचनामा बनाने के पश्चात मृत बच्ची के शव को कब्र से निकाला गया। डॉक्टरों की टीम द्वारा शव का परीक्षण करने के पश्चात परिजनों को शव को सौंप दिया गया। पुलिस रति राम कोरवा एवं पत्नी की छानबीन एवं पतासाजी कर रही है।