सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता-
अंबिकापुर, 9 सितंबर। सरगुजा संभाग अंतर्गत सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर जिला सहित अन्य जिलों में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के तहत किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं के बीच किए जा रहे कार्यों के लिये सरगुजा साइंस ग्रुप एजुकेशन सोसायटी के संस्थापक अंचल ओझा को प्रदेश की राजधानी रायपुर के सिविल लाईन स्थित न्यू सर्किट हाउस में यंग लीडर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
यूनिसेफ छत्तीसगढ़ की तकनीकी सहयोगी संस्था छत्तीसगढ़ एलायंस फॉर बिहेवियर चेंज, सर्वोहीत्तम एवं एनआईटी रायपुर द्वारा प्रदेश के पहले सीएसआर अवार्ड का आयोजन किया गया। थींक सोशल इंपैक्ट अवार्ड 2025 के नाम से आयोजित इस समारोह में सीएसआर पर कार्य करने वाली एनजीओ सहित छत्तीसगढ़ के बड़े उद्योग जो अपने सीएसआर से कार्य करते हुए समाज में बदलाव ला रहे हैं तथा ऐसे व्यक्ति व संस्था जो सतत विकास लक्ष्य के मानक को पुरा करते हैं, उन्हें विभिन्न कैटेगरी में सम्मानित किया गया।
सरगुजा साइंस ग्रुप एजुकेशन सोसायटी वर्ष 2014 से लगातार प्रोजेक्ट इज्जत के माध्यम से माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर स्कूल, कॉलेज, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वयं सहायता समूह एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता कार्यक्रम, स्कूलों में नि:शुल्क सेनेटरी पैड का वितरण, स्वयं सहायता समूह के माध्यम से माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर निरंतर ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य कर रही है। वही आवश्यकतानुसार महिलाओं व समूहों के मांग पर रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण उपलब्ध करा रही है. सरगुजा, बलरामपुर एवं सूरजपुर जिले में निरंतर कार्य चल रहे हैं. माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर इन जिलों में कार्य की पहली शुरुआत एवं निरंतर इस पर कार्य संस्था द्वारा किया जा रहा है।
यूनिसेफ छत्तीसगढ़ की तकनीकी सहयोगी संस्था छत्तीसगढ़ एलायंस फॉर बिहेवियर चेंज, सर्वोहीत्तम एवं एनआईटी रायपुर द्वारा प्रदेश के पहले सीएसआर अवार्ड के आयोजन में थींक सोशल इंपैक्ट अवार्ड 2025 के माध्यम से सरगुजा साइंस ग्रुप एजुकेशन सोसायटी के संस्थापक अंचल कुमार ओझा को यंग लीडर अवार्ड से सम्मानित किया है. यह सम्मान प्रोजेक्ट इज्जत के माध्यम से मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता और व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से किशोर स्वास्थ्य और सम्मान को बढ़ावा देने, इस कार्य द्वारा युवा जीवन और समुदायों पर परिवर्तनकारी प्रभाव के फलस्वरुप नेतृत्व क्षमता विकास, नवाचार और सामाजिक कल्याण को आगे बढ़ाने के कार्य द्वारा सतत विकास लक्ष्य - 3, उत्तम स्वास्थ्य और कल्याण तथा सतत विकास लक्ष्य- 5, लैंगिक समानता की कैटेगरी को पूर्ण करने की दिशा में किये जा रहे प्रयास के लिये सम्मानित किया गया. यह सम्मान सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य एवं राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ वर्णिका शर्मा, यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के स्क्चष्ट विशेषज्ञ अभिषेक सिंह, उरला इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी गर्ग के विशिष्ट आतिथ्य में प्रदान किया गया। अंचल कुमार ओझा ने कहा की 2014 से लगातार इस पर संस्था के पदाधिकारियों, स्वयं सहायता समूह की बहनों, विभिन्न स्कूल व कॉलेज से जुड़े शिक्षक-शिक्षिकाओं के नि:स्वार्थ भाव से किए जा रहे प्रयास का नतीज़ा है की हम सरगुजा जिले में लगभग 90 प्रतिशत से अधिक गांवों में माहवारी स्वच्छता पर कार्य कर रहे हैं, वहीँ बलरामपुर व सूरजपुर जिले में भी हम दो से तीन ब्लॉकों में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर हम अच्छी स्थिति में कार्य कर रहे हैं।
सभी के सामुहिक प्रयास का ही नतीजा है की माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर संस्था को निरंतर विभिन्न स्थानों पर यह सम्मान प्राप्त होता रहा है।