सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 25 अगस्त। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा नगर के बीएसएनएल कार्यालय के समीप हरी मंगलम सभागार में आयोजित संभाग स्तरीय युवा सम्मेलन में भारी बारिश के बावजूद महिला-पुरुषों और छात्र-छात्राओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। इस अवसर पर प्रांतीय पदाधिकारी, समाजसेवी, चिकित्सक एवं पत्रकार एक साथ उपस्थित हुए।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर, नगर के लेजर हास्पिटल के संचालक व यूरोलाजिस्ट डॉ. योगेंद्र सिंह गहरवार, पत्रकार अनंगपाल दीक्षित, गायत्री परिवार के प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के समन्वयक ओम प्रकाश राठौर, चंपेश्वर साहू, डीआर चौहान विशेष रूप से शामिल हुए।
मंच से युवाओं को संबोधित कर उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित किया गया। सांस्कृतिक माहौल को और भव्य बनाते हुए विमल रजक व वंश यादव की टीम ने मां गायत्री की भक्ति से ओतप्रोत संगीतमयी प्रस्तुति दी, जिससे पूरा सभागार भक्ति और ऊर्जा से सराबोर हो उठा।
राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर ने कहा कि अखिल विश्व गायत्री परिवार युवाओं में आध्यात्मिक विचारों को प्रवाहित कर रहा है और उन्हें नैतिक मूल्यों के प्रति सजग बना रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन नशा मुक्ति के क्षेत्र में लंबे समय से कार्य कर रहा है। तोमर ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे स्वयं पहली बार शांतिकुंज, हरिद्वार गए और वहां डा चिन्मय पंड्या से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि वहां चल रहे कार्य विश्वव्यापी आंदोलन का प्रतीक हैं।
तोमर ने युवाओं से आह्वान किया कि उन्हें केवल आध्यात्मिक क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि वर्तमान समय की चुनौतियों पर भी ध्यान देना होगा। खासकर साइबर क्राइम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े खतरों से सावधान रहने की जरूरत है। आजकल युवाओं के हाथ में मोबाइल है और वे साइबर अपराध में भी फंस सकते हैं, इसलिए आत्मसंयम और जागरूकता जरूरी है। लेजर हास्पिटल के संचालक डॉ. योगेंद्र सिंह गहरवार ने पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा लिखित विभिन्न पुस्तकों का उल्लेख करते हुए कहा कि गायत्री परिवार ने विश्व भर में जो विशेष पहचान बनाई है, वह अद्वितीय है।
उन्होंने कहा कि यहां आकर वे स्वयं अभिभूत हैं। डा गहरवार ने कई उदाहरण देकर युवाओं को समझाया कि माता और बहनें इस सृष्टि की सबसे बड़ी रचना हैं।
उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार से जुडक़र महिलाएं न केवल संस्कारित जीवन जी रही हैं बल्कि अगली पीढ़ी को संस्कारवान बनाने का संकल्प भी निभा रही हैं।
पत्रकार अनंगपाल दीक्षित ने कहा कि आज युवाओं को बचाकर रखना सबसे बड़ी चुनौती है। नशा केवल समाज ही नहीं, बल्कि हर परिवार के लिए खतरा है। अखिल विश्व गायत्री परिवार ने कई दशक पहले ही इस खतरे को पहचान लिया था और नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत की थी। आज भी हजारों लोग इसी परंपरा को निभाते हुए युवाओं को नशे से दूर रखने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं और इन्हें संस्कारवान बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
गायत्री परिवार के प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के समन्वयक ओम प्रकाश राठौर, चंपेश्वर साहू, डीआर चौहान, मीना ध्रुव, सुरेंद्र गुप्ता, योगेश साहू, उपेंद्र सिंह पैकरा ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप शर्मा एवं उपजोन संयोजक नंदकिशोर गोस्वामी ने किया।सभी अतिथियों का स्वागत पारंपरिक साफा पहनाकर किया गया, साथ ही तुलसी का पौधा और आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा द्वारा लिखित पुस्तकें भेंट की गईं।
कार्यक्रम में पार्वती चौहान, लक्ष्मी सिंह, अमरेश सिंह, सरस्वती तिवारी, अमृता जायसवाल, पूनम जायसवाल, अंबुज यादव, उमा यादव, हुकुमचंद अग्रवाल, जीपी स्वर्णकार, शिवम गोस्वामी, हरि यादव, मोती यादव सहित बड़ी संख्या में गायत्री परिवार से जुड़े लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम के दौरान सभी ने यह संकल्प लिया कि आचार्य श्रीराम शर्मा आचार्य के सिद्धांतों और विचारों को ग्राम स्तर तक पहुंचाया जाएगा। पदाधिकारियों को मजबूती से कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया और युवाओं को नशामुक्त व संस्कारवान समाज निर्माण की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया गया।


