सरगुजा

सभी संसाधन हमारे हैं, फिर भी बिजली बिल में निरंतर हो रही बढ़ोतरी-सिंहदेव
15-Jul-2025 11:05 PM
सभी संसाधन हमारे हैं, फिर भी बिजली  बिल में निरंतर हो रही बढ़ोतरी-सिंहदेव

कहा सरकार ने सभी का 20 पैसा बढ़ा दिया,यह कैसा सामाजिक न्याय

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अंबिकापुर, 15 जुलाई। बिजली बिल में बढ़ोतरी को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने अंबिकापुर नगर के राजीव भवन में मंगलवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि कोयला हमारा, पानी हमारा, जमीन हमारा, जब सारे संसाधन हमारे हैं, तो बिजली बिल में निरंतर बढ़ोतरी सरकार क्यों कर रही है? सिंहदेव ने कहा कि सरकार को प्रबंधन सुधारना चाहिए, न कि आम जनों पर बोझ लादना चाहिए।

डेढ़ साल के भीतर भाजपा की साय सरकार ने चौथी बार बढ़ाए बिजली के दाम बढ़ा कर जनता की जेब में डाका डाला है। घरेलू खपत पर 10 से 20 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है, गैर घरेलू बिजली की दर 25 पैसे प्रति यूनिट महंगी कर दी गई है।

सर्वाधिक बढ़ोतरी कृषि पंप के बिजली के दाम में 50 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि करके की गई है। छत्तीसगढ़ के किसान इस सरकार की दुर्भावना और उपेक्षा के चलते पहले ही खाद,बीज और बिजली कटौती से परेशान हैं, अब कृषि पंप में बिजली की दर बढ़ाकर किसानों की कमर तोड़ रही है भाजपा सरकार।

इतिहास गवाह है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारों में जनता को लूटने के तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं। 2003 से 2018 तक भाजपा की पूर्ववर्ती रमन सरकार ने हर साल बिजली के दामों में वृद्धि की। 2003 में छत्तीसगढ़ में घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 3 रुपए 30 पैसे के दर पर बिजली मिला करती थी, जिसे 15 साल के कुशासन के बाद रमन सिंह के समय ही 6 रुपए 40 पैसे तक बढ़ाया गया, जिसे चुनाव चुनावी वर्ष 2018 में मात्र 20 पैसे घटकर 6 रुपया 20 पैसे किया गया।

टी एस सिंहदेव ने पत्रकार वार्ता में आगे कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार में पूरे 5 साल का नेट वृद्धि यदि देखें तो मात्र दो पैसे का था, जो ऐतिहासिक तौर पर सबसे न्यूनतम था। भाजपा की वर्तमान साय सरकार ने डेढ़ साल में कुल  13 प्रतिशत बढ़ोत्तरी की।

पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने बिजली के घाटे को पाटते हुए बिजली बिल ऑफ योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के 65 लाख से अधिक घरेलू उपभोक्ताओं को लगभग 3240 करोड़ रुपए के सब्सिडी देकर बहुत बड़ी राहत दी थी। किसानों को 5 एचपी तक निशुल्क बिजली दिया, बीपीएल उपभोक्ताओं को 40 यूनिट तक मुक्त बिजली दी गई। अस्पतालों, उद्योगों को सब्सिडाइज्ड दर पर बिजली देकर राहत पहुंचाया।

प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ,पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ,पूर्व महापौर डॉ अजय तिर्की, जेपी श्रीवास्तव,द्वितेंद्र मिश्रा,मदन जयसवाल,दुर्गेश गुप्ता,जीवन यादव,अशफाक अली, अनूप मेहता सहित अन्य मौजूद थे।

भाजपा की सरकार आने के बाद प्रदेश भर में बिजली की कटौती शुरू हो गई और कीमत लगातार बधाई जाने लगी है।

 

कोयला हमारा, पानी हमारा, जमीन हमारी और हमें ही महंगे दर पर बिजली बेचा जा रहा है

भाजपा के नेता, मंत्री, विधायक और अधिकारी एसी का मजा लूट रहे, कई सरकारी विभाग बिजली का बकाया बिल जमा नहीं कर रहें, सरकारी उपक्रमों और सरकार के चहेतों का करोड़ों का बिजली बिल का भुगतान लंबित है, उसकी वसूली भी जनता से कर रही है सरकार

 

सत्ता के संरक्षण में बिजली चोरी और लाइन लॉस के मामले बढ़े हैं, जिसके चलते हो रहे नुकसान की भरपाई भी जनता से वसूली करके करना चाहती है। यह सरकार

केंद्र की मोदी सरकार के गलत नीतियों के चलते हैं बिजली का उत्पादन लागत बढ़ा है, कोयले पर ग्रीन टैक्स चार गुना अधिक बढ़ा दिए, रेलवे का माल भाड़ा अधिक वसूल रहे हैं, थर्मल पॉवरप्लांट को अडानी की कंपनी से महंगे दर पर कोयला खरीदने बाध्य किया जा रहा है, डीजल पर सेंट्रल एक्साइज बढ़ाए जाने से परिवहन में और फायर के लिए उपयोग होने वाले डीजल की लागत बढ़ी है जिसकी भरपाई भी उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ाकर किया जा रहा है।

प्रदेश भर से अनाप-शनाप बिजली बिल आने की शिकायत लगातार आ रही है. स्मार्ट मीटर के नाम पर अधिक बिल उपभोक्ताओं को भेजा जा रहा है, अब तो जनता को लूटने के लिए अडानी की कंपनी का प्रीपेड मीटर भी लगाने की तैयारी है।

भाजपा सरकार पूरे समय बिजली नहीं दे पा रही है, अघोषित कटौती रोज-रोज जारी है,ऊपर से सरकार ने बिजली के दामों में एक बार फिर बढ़ोतरी करके जनता की जेब में डकैती डाला है।कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार के ऐसे अन्यायपूर्ण फैसले का विरोध करती है, सरकार के इस जनविरोधी निर्णय के खिलाफ कांग्रेस पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी।


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