सरगुजा

मंजूषा भगत अपने बयान पर सार्वजनिक माफी नहीं मांगेंगी तो कांग्रेस पार्षद शपथ समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे-कांग्रेस
28-Feb-2025 10:12 PM
मंजूषा भगत अपने बयान पर सार्वजनिक माफी नहीं मांगेंगी तो कांग्रेस पार्षद शपथ समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे-कांग्रेस

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अम्बिकापुर, 28 फरवरी। अम्बिकापुर की नवनिर्वाचित महापौर मंजूषा भगत के द्वारा दिये गये बयान की निंदा करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी ने बयान जारी किया है कि अगर मंजूषा भगत अपने बयान पर सार्वजनिक माफी नहीं मांगेंगी तो कांग्रेस पार्षद शपथ समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे।

नवनिर्वाचित महापौर ने मीडिया में यह बयान दिया है कि नगर निगम के विगत 10 वर्ष के कार्यकाल में निगम में अशुद्धियां फैल गई है। इन अशुद्धियों को दूर करने के लिए वे कुंभ से लाये गये गंगा जल का छिडक़ाव निगम में करेंगी। वे यहीं नहीं रुकी, उन्होंने कहा कि वे निगम की पहली हिंदू महापौर हैं। उन्होंने निगम आयुक्त को यह निर्देश दिया है कि पूर्व में महापौर द्वारा उपयोग किये जा रहे कुर्सी, टेबल को हटा कर नये कुर्सी टेबल लगाये जाए।

 नवनिर्वाचित महापौर के इस नफरती बयान पर जिला कांग्रेस कमेटी ने कहा है कि किसी भी सदन चाहे वो विधानसभा हो या नगर निगम का निर्माण, पक्ष और विपक्ष के साथ होता है। विगत 10 वर्ष से अगर निगम अशुद्ध था, तो इस अशुद्धि में भाजपा और स्वयं नवनिर्वाचित माहपौर भी बतौर पार्षद के रूप में मौजूद थीं।

 जिला कांग्रेस कमेटी ने कहा है कि जिस किस्म का नफरती एवं छूत-अछूत की भावना वाला बयान नवनिर्वाचित महापौर ने दिया है वो उनके अपरिपक्वता को जाहिर करता है। विगत 10 वर्ष तक बेहद सौम्य और सज्जन व्यक्तित्व के धनी डॉ. अजय तिर्की अम्बिकापुर के महापौर थे। न केवल महापौर साथ ही चिकित्सक के पेशे में भी वे अपने मानवीय मूल्यों और जनसहयोगी व्यवहार के कारण विख्यात हैं। उनके प्रति नवनिर्वाचित महापौर के द्वारा दिया गया नफरती बयान पीड़ाजनक है।

अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा है कि वे अम्बिकापुर की पहली हिंदू महापौर हैं। ऐसा कहकर क्या वे 2004 से 2014 तक अम्बिकापुर के महापौर रहे प्रबोध मिंज पर भी सवाल खड़ी कर रही हैं।

 अगर डॉ. अजय तिर्की और प्रबोध मिंज के अम्बिकापुर का महापौर होने से निगम और शहर अशुद्ध हो जाता है तो क्या छत्तीसगढ़ विधानसभा भी अशुद्ध हो गया है, जहां के लिए प्रबोध मिंज भाजपा से विधायक हैं। जिला कांग्रेस कमेटी ने कहा है कि नवनिर्वाचित महापौर के साथ ही शहर के पूर्व के दोनों महापौर सरगुजा की सम्मानित और प्रगतिशील उरांव जनजाति से हैं।

इस जनजाति की एक महिला जनप्रतिनिधि का अपने सजातीय दो जनप्रतिनिधियों के प्रति नफरत एवं छूआ-छूत भरा व्यवहार भाजपा के नफरती एजेंडे को सामने लाती है। जिला कांग्रेस कमेटी ने कहा है कि वो इस मामले में आगे कानूनी कारवाई पर विचार कर रही है। इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।


अन्य पोस्ट