सरगुजा

गन्ना उत्पादन के घटते रकबे पर सीएम ने की चिंता जाहिर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 22 अक्टूबर। सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की जशपुर मयाली में बैठक हुई। बैठक के पहले मुख्यमंत्री का पारंपरिक वाद्य यंत्रों और बांस की टोपी व जंगली फल पत्तियों की माला से स्वागत हुआ।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्राधिकरण की बैठक में सदस्य की मांग पर सरगुजा जिले में गन्ना उत्पादन के घटते रकबे पर चिंता जाहिर करते हुए उत्पादन बढ़ाने का प्रयास करने के निर्देश दिए।
सदस्य द्वारा बताया गया कि लुण्ड्रा में सब्जी की बहुत खेती होती है, लोग निजी बाज़ार से महंगे में पौधे खरीदते हैं, इस समस्या को सुनकर मुख्यमंत्री ने सरकारी स्तर पर नर्सरी लगाकर सस्ते में पौधे उपलब्ध कराने की बात कही, उन्होंने बंद नर्सरी शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही सदस्यों को उनकी मांग के सन्दर्भ में पत्र प्रस्ताव देने की बात कही।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सभी सदस्यों से प्राधिकरण के कार्यों के लिए सुझाव देने को कहा ताकि प्राधिकरण से क्षेत्र में अच्छा कार्य कराया जा सके जिसका लाभ अनुसूचित जनजाति वर्ग के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन मिशन के कार्य पिछली सरकार में नहीं हो पाया किन्तु हमारी सरकार घर-घर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बैठक में शामिल होने से पूर्व विभिन्न विभागीय स्टॉल्स का अवलोकन किया।उन्होंने इस मौके पर महिला समूहों द्वारा निर्मित महुआ के विभिन्न खाद्य पदार्थों एवं आया उत्पादों की सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री साय के साथ बैठक में शामिल होने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, उपाध्यक्ष सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण गोमती साय, सांसद रायगढ़ राधेश्याम राठिया, विधायक जशपुर रायमुनी भगत, राम प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार राय, मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद,कमिश्नर जी आर चुरेंद्र, आईजी अंकित गर्ग,कलेक्टर डॉ रवि मित्तल,एसपी शशिमोहन सिंह भी पहुंचे।