राजपथ - जनपथ
धरना खत्म करवाने का राज
छत्तीसगढ़ सहित देश के बहुत से हिस्सों में इस बात को लेकर हैरानी है कि राजधानी रायपुर के बीच चौक किनारे खाली जगह पर रोज रात चलने वाले शाहीन बाग धरने को जिला प्रशासन ने वहां से हटा दिया। यह धरना पूरी तरह शांतिपूर्ण चल रहा था, और मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस पार्टी इस बात को लेकर शाहीन बाग धरने की मांग के साथ भी थे कि नागरिकता-संशोधन के नए कानून को लागू नहीं करना चाहिए। ऐसे में अचानक एक रात इस धरने को पुलिस के खत्म करवाने से लोगों को कुछ हैरानी हुई है। लेकिन इसके पीछे की कहानी राज्य में कानून व्यवस्था को बचाने से जुड़ी हुई है। इस शाहीन बाग धरने के जवाब में कुछ हिन्दू संगठनों ने हनुमान चालीसा पाठ जैसा एक मुकाबला शुरू कर दिया था, और इन दोनों को एक साथ देखने पर शासन-प्रशासन को यह समझ आ रहा था कि राज्य में एक निहायत ही गैरजरूरी और नाजायज साम्प्रदायिक तनाव खड़ा हो सकता है। इस राज्य की गौरवशाली धर्मनिरपेक्ष परंपरा को जारी रखने के लिए तय किया गया कि सभी किस्म के धरनों को खत्म करवाया जाए। ([email protected])