सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरसीवां, 2 जनवरी। बाबा गुरु घासीदास जी के उपदेश मनखे मनखे एक सामान आज भी प्रासंगिक है । उनके द्वारा बताए मार्ग पर सभी वर्ग के लोगों को चलना चाहिए । उक्त बातें ग्राम सरसींवा में आयोजित बाबा गुरु घासीदास जयंती कार्यक्रम में मणिक दास महंत महाबली टंडन ने संबोधित करते हुए कही।
श्री महंत ने आगे कहा कि बाबा ने सभी मानव को एक समान बताए है। उनके बताए हुए मार्ग सत्या, मानवता, दया, करुणा प्रेम,भाईचारा एव समतामूलक समाज की स्थापना के लिए उनके बताए मार्ग पर चलना होगा। तभी उनके उपदेश सार्थक हो पाएगा।
समाज के विभिन्न संत एवं वक्ताओं ने भी बाबाजी के बताए मार्ग पर चलने का आग्रह किये। इसके पूर्व सर्व समाज के लोगों द्वारा राज महंत संत महाबली टंडन के सानिध्य में भव्य शोभायात्रा पंथी नृत्य और गीत के साथ निकली गई। जो कि गुरुद्वारा इंदिरानगर से प्रारंभ होकर नगर के सारंगढ़ मार्ग, भटगांव मार्ग, बस स्टैंड, पेंड्रावन जे साथ मुख्य मार्गों से होते हुए पुन: गुरुद्वारा पहुंचा। जगह-जगह शोभायात्रा का आतिशबाजी के साथ कलश जलाकर आरती उतारकर भव्य स्वागत किया गया। राजनीति दलों द्वारा भी चाय पानी एवं पेय पदार्थ पिलाकर स्वागत किया गया।
शाम को सतनाम भवन के साथ ही नगर के सभी जैतखंभों में पालो चढ़ाकर पूजा आरती कर कार्यक्रम का शुभारंभ किये । रात्रि में पंथी नृत्य एवं सतनाम भजन का भव्य आयोजन किया गया, साथ ही सामूहिक सह भोज एवं भंडारा आयोजित किया गया।


