सारंगढ़-बिलाईगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 18 मार्च। सारंगढ़-बिलाईगढ़-अंचल में खेती-किसानी भी अब आधुनिक होने लगी है। खेतों की फसल में लगी बीमारियों से बचाव व सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीकी ड्रोन से कीटनाशक का छिडक़ाव का हुन्नर सीखा जा रहा। निजी कंपनी के पायलेट सारंगढ़ मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित बेलटिकरी गांव पहुंचकर ड्रोन से फसलों में कीटनाशक का छिडक़ाव करना सीख रहे। कृषि विभाग क्षेत्र के किसानों को एग्रीकल्चर में ड्रोन के इस्तेमाल पर फोकस कर रही है। इसके जरिए खेती को हाईटेक बनाना चाहती है।
विभाग का मानना है कि ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों के समय की बचत होगी और कृषि लागत में भी कमी आएगी। महज 10 मिनट में 1 एकड़ पर छिडक़ाव करने वाली ड्रोन में इसके अलावा भी कई अन्य फायदे बताए जा रहे हैं। 10 लीटर क्षमता वाले ड्रोन की कीमत 4.50 लाख रुपए के करीब है। हालांकि, बाजार में ऐसी कई कंपनियां आ गई है जो एग्री ड्रोन सर्विस प्रोवाइड करती है। ड्रोन द्वारा कीटनाशक छिडक़ाव को देखने क्षेत्र के किसान भारी संख्या में किसान के खेत पहुंचे थे।
किसानों का कहना है कि ड्रोन से छिडक़ाव तो बेहतर है, लेकिन 10 मिनट में बैटरी खत्म हो जाना किसानों के लिए परेशानी है, जिन जगहों पर बिजली की व्यवस्था न हो उन किसानों के लिए ड्रोन का कोई उपयोग नहीं। कंपनी बैटरी बैकप को लेकर कुछ करती है तो ड्रोन किसानों के लिए कारगर साबित होगा।