सारंगढ़-बिलाईगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 5 फरवरी। नवगठित राजस्व जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के पद पर शीलू सिंह को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त किए जाने पर उनके द्वारा पदभार ग्रहण कर लिया गया है। इस अवसर पर जिला अधिवक्ता संघ सारंगढ़ द्वारा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री सिंह के सम्मान में चाय पार्टी एवं स्वल्पाहार का आयोजन अधिवक्ता कक्ष क्रमांक 2 में किया गया।
सर्वप्रथम अधिवक्ता संघ के प्रवक्ता दीपक कुमार तिवारी ने शीलू सिंह की नियुक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नवगठित जिले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पर शीलू सिंह को नियुक्त किए जाने से सिविल जिला का मार्ग प्रशस्त हो गया है तथा इतिहास के पन्नों में श्रीशीलू सिंह जिले के प्रथम मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप उनका नाम दर्ज हो गया है, अधिवक्ता संघ सारंगढ़ उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है तथा शुभकामना देता है कि श्री सिंह प्रगति पथ पर पदोन्नत होकर आगे बढ़ते रहे।
संघ के अध्यक्ष विजय कुमार तिवारी द्वारा उनके स्वागत में स्वागत भाषण करते हुए श्री सिंह के न्यायिक विवेक पर प्रकाश डाला गया तथा यह भी बताया गया कि सारंगढ़ जिला अधिवक्ता संघ के द्वारा 7 सितंबर 2022 को माननीय छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को ज्ञापन सौंपा गया तथा सारंगढ़ में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के पद पर नियुक्त किए जाने तथा 5 लीटर से अधिक आबकारी प्रकरण की सुनवाई सारंगढ ने किए जाने व एनडीपीएस की सुनवाई हेतु विशेष न्यायाधीश की नियुक्ति के संबंध में ज्ञापन सौंप कर मांग किये जाने के बारे में विस्तार से बताया गया।
संघ के सचिव कुलदीप राज पटेल द्वारा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट का बुके भेटकर उपाध्यक्ष चंद्रशेखर जाटवर द्वारा श्रीफल से तथा संघ के अध्यक्ष विजय कुमार तिवार द्वारा संघ की सभी सदस्यों की ओर से शाल भेंट कर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट का स्वागत व सम्मान किया गया।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सम्मान व स्वागत के लिएअधिवक्ता संघ के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया तथा बताया कि आबकारी 490 नए केस सुनवाई हेतु प्राप्त हुआ है कार्यक्रम में उपस्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश हरीश अवस्थी ने संघ के अध्यक्ष विजय तिवारी को सक्रिय अध्यक्ष निरूपित करते हुए कहा कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट का कोर्ट खुल जाने से लोगों को समीप में न्याय मिलेगा तथा लोगों का समय बचेगा व परेशानी कम होगी। साथ साथ अधिवक्ताओं की जिम्मेदारी बढ़ गई, उन्हें सतत रूप से अध्ययन कर अपनी जिम्मेदारी का सफलतापूर्वक निर्वहन करने अपने क्लांइट व प्रकरण के प्रति न्याय करें, जिससे लोगों को न्याय सुगमता से सुलभ हो सके।