राजपथ - जनपथ

राजपथ-जनपथ : शिफ्टिंग वास्तु पूजा के बाद
15-Oct-2025 6:06 PM
राजपथ-जनपथ : शिफ्टिंग वास्तु पूजा के बाद

शिफ्टिंग वास्तु पूजा के बाद

पीएम नरेंद्र मोदी राज्य स्थापना दिवस के मौके पर नए विधानसभा भवन का लोकार्पण करेंगे। नवा रायपुर के सेक्टर-14 में करीब 52 एकड़ क्षेत्र में फैले नए विधानसभा भवन के निर्माण पर सवा तीन सौ करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। उद्घाटन समारोह तो भव्य रूप देने की तैयारी चल रही है। बावजूद इसके अभी शिफ्टिंग नहीं होगी। इसकी प्रमुख वजह वास्तु पूजा बताई जा रही है।

विधानसभा सचिवालय ने तो उद्घाटन समारोह से पहले शिफ्टिंग की तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन फिलहाल इसमें ब्रेक लग गया है। सरकार, और भाजपा के रणनीतिकार चाहते हैं कि नए विधानसभा का पूरे विधि विधान से वास्तु पूजा हो जाए, इसके बाद ही शिफ्टिंग हो। चर्चा है कि स्पीकर डॉ. रमन सिंह भी इसके लिए सहमत हो गए हैं। राज्योत्सव निपटने के बाद उपयुक्त मुहूर्त में वास्तु पूजा होगी, और फिर शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू होगी। वैसे भी विधानसभा का शीतकालीन सत्र दिसंबर के तीसरे सप्ताह में है।

गौरतलब है कि नए भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में वास्तु दोष की वजह से कई बार कुछ निर्माण कार्यों को हटाया गया था। मुख्य द्वार को बदला गया। सब कुछ ठीक होने के बाद ही यहां पार्टी की बैठकें होने लगी। इस पूरी प्रक्रिया में लंबा वक्त लगा था। नए विधानसभा भवन में ऐसी स्थिति निर्मित न हो, इसके लिए पंडितों से सलाह मशविरा चल रहा है।

हाईब्रिड के दौर में देसी फल गायब

आधुनिक कृषि विज्ञान ने उत्पादन बढ़ाने के नाम पर फलों की आत्मा छीन ली है। स्वाद, खुशबू और विविधता की जगह एकरूपता ने ले ली है। अब हर अमरूद एक जैसा दिखता है, हर सेब चमकदार है, हर पपीता मानो मशीन से सांचे में ढलकर निकला हो। किसान को भी मजबूरी है। पारंपरिक खेती में श्रम अधिक और मुनाफा कम, जबकि हाईब्रिड किस्मों में उत्पादन ज्यादा और बाजार तत्काल मिल जाता है। पर छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए यह आसान नहीं होता कि वह पारंपरिक खेती से उत्पादन घटने के बाद आधुनिक खेती को अपना ले। बिही को ही लीजिए। छत्तीसगढ़ में तखतपुर ऐसा कस्बा है, जहां की बिही छत्तीसगढ़ में ही दूसरे राज्यों में भेजी जाती थी। यूपी, मध्यप्रदेश के व्यापारी फल तैयार होने के पहले ही सारे पेड़ों का सौदा कर लेते थे। बिही के बगीचे मनियारी नदी के किनारे होते थे। अब बहुत कम बचे हैं। अब तखतपुर में ही हाईब्रिड किस्म के बिही बिकने लगे हैं। यहां का बिही रायपुर के बाजार में भी एक समय बिकता था। कोचिया आवाज लगाता था- तखतपुर के बिही ले लो...।  अब बिही नहीं हाईब्रिड अमरूद आपको मिलेंगे। पर वह शास्त्री मार्केट, टूरी हटरी में नहीं, सुपर मार्केट या मॉल में अच्छी पैकिंग के साथ। अब तो विदेशों से आयातित बिही ऑनलाइन मिल रहे हैं। ताईवान की बिही आप अमेजॉन  से मंगा सकते हैं।

छत्तीसगढ़ का बिहार कनेक्शन

बिहार विधानसभा चुनाव के नामांकन दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यहां प्रदेश के भाजपा, और कांग्रेस के नेता प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभा रहे हैं। भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री (संगठन) अजय जामवाल को 35 विधानसभा के चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है। जामवाल ने बिहार में डेरा डाल दिया है, और वो चुनाव निपटने के बाद ही रायपुर आएंगे। जामवाल के साथ-साथ सांसद बृजमोहन अग्रवाल, और सरकार के आधा दर्जन मंत्री व संगठन के पदाधिकारियों को भी पार्टी प्रत्याशियों के प्रचार में आज से जा रहे हैं।

प्रदेश भाजपा के प्रभारी, और बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन भी पटना जिले के बांकीपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं। नबीन के प्रचार के लिए नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, और  हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन अनुराग सिंहदेव सहित कई नेता भी प्रचार के लिए जाने वाले हैं। सरगुजा के विधायकों को भी प्रचार के लिए बिहार भेजा जा रहा है।

दूसरी तरफ, कांग्रेस से पूर्व सीएम भूपेश बघेल को तो हाईकमान ने पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। उनका प्रत्याशी चयन से लेकर चुनाव प्रबंधन तक अहम रोल है। इसके अलावा भिलाई के विधायक देवेन्द्र यादव को भी चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी गई है। देवेन्द्र पिछले कई महीनों से एआईसीसी के प्रतिनिधि के रूप में बिहार में काम कर रहे हैं। कांग्रेस-भाजपा नेता वहां अपने दल के लिए कितने उपयोगी साबित हो पाते हैं, यह देखना है।


अन्य पोस्ट