राजपथ - जनपथ

राजपथ-जनपथ : रियायत लागू होने में लगेगा वक्त
23-Sep-2025 6:11 PM
राजपथ-जनपथ : रियायत लागू होने में लगेगा वक्त

रियायत लागू होने में लगेगा वक्त

जीएसटी की नई दरों से आम जनता को बड़ी राहत मिलने का दावा किया जा रहा है। भाजपा तो जीएसटी में कमी का जोर शोर से प्रचार-प्रसार कर रही है, और आम जनता को मिलने वाली राहत को बचत महोत्सव का रूप दे रही है। रोजमर्रा की जरूरतों के करीब पौने चार सौ वस्तुओं के दाम कम होने की बात कही जा रही है, और भाजपा के लोग रैली निकालकर प्रचारित भी कर रहे हैं। तमाम प्रचार-प्रसार के बावजूद कई वस्तुओं के दाम कम नहीं हुए हैं।

मसलन, सीमेंट की कीमत प्रति बोरा 280 से 300 रुपए चल रहा है। खास बात ये है कि जीएसटी की नई दरें प्रभावशील होने से पहले सीमेंट कंपनियों ने दाम बढ़ा दिए थे। ऐसे में सीमेंट पर जीएसटी घटने का कीमतों पर कोई असर नहीं पड़ा है। दिलचस्प बात यह है कि भाजपा ने बकायदा स्टीकर भी बनवाया है। रेट लिस्ट जारी की गई है। इसमें सीमेंट की कीमत  320 रूपए प्रति बोरा बताई गई है। हालांकि पार्टी के लोगों ने बाजार से पतासाजी करने के बाद सीमेंट की स्टीकर को बंटने से रोक दिया।

यही हाल, बाकी सामानों का भी है। पुराने स्टॉक के सामान की कीमतें अभी भी कम नहीं हुई है। एफएमसीजी से जुड़ी कंपनियों ने जरूर अपने डिस्ट्रीब्यूटर तक नया रेट लिस्ट जारी किया है। कुल मिलाकर कीमतों में कमी आने में थोड़ा वक्त लगेगा। एक भाजपा ने अनौपचारिक चर्चा में कहा कि उपभोक्ताओं को खुद होकर आगे आना होगा, और दुकानदारों पर दबाव बनाना पड़ेगा। तब कहीं जाकर जीएसटी में कमी का तुरंत फायदा मिल पाएगा।

दिल्ली पर नजरें

इस महीने के आखिरी में बड़े प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी है। चर्चा है कि दो सीनियर आईएएस अफसरों ने केन्द्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने का मन बना लिया है। अक्टूबर में केन्द्र सरकार के सचिव पद के लिए 94 बैच के अफसर सूचीबद्ध होंगे। इस बैच के सभी अफसर केन्द्र सरकार में काम कर चुके हैं।

यहां 94 बैच के अफसरों में एसीएस मनोज पिंगुवा, और रिचा शर्मा ही पदस्थ हैं। इसी बैच के विकासशील, और निधि छिब्बर केन्द्र सरकार में पदस्थ रहे हैं। विकासशील तो एडीबी में थे, और राज्य सरकार की पहल पर वो 7 साल बाद छत्तीसगढ़ लौट रहे हैं। पिंगुवा, और रिचा शर्मा केन्द्र सरकार में काम कर चुके हैं।  ऐसे में इस बैच के अफसरों को सूची पर नजर है।

यही नहीं, वर्ष-2006 बैच के मंत्रालय में पदस्थ सचिव स्तर के एक अफसर ने भी केन्द्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने की इच्छा जाहिर कर दी है। वैसे भी केन्द्र सरकार में कम से कम पांच साल काम करने के बाद ही आगे का रास्ता खुलता है। कुल मिलाकर अगले दो-तीन महीने में दो-तीन सीनियर अफसर केन्द्र सरकार की ओर रुख कर सकते हैं।

सडक़ की दुर्दशा पर चीख-चीख कर चोट

अंबिकापुर को जोडऩे वाली मुख्य सडक़ों की हालत पर आम लोग लगातार आवाज उठा रहे हैं लेकिन यहां की एक युवती आकांक्षा टोप्पो के अलग अंदाज ने लोगों का ध्यान खींचा है। सोशल मीडिया पर उनके कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें वे उन सडक़ों पर खड़ी हैं, जहां लोग इन गड्ढों के कारण लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। बसें घिसट-घिसट कर चल रही हैं और ऑटो रिक्शा पलट जा रहे हैं। वे चीख-चीख कर चुभते हुए सवाल जनप्रतिनिधियों, मंत्री, विधायकों से कर रही हैं। आकांक्षा का चिल्ला चिल्ला कर नेताओं, अफसरों का कोसना उन लोगों को बहुत भा रहा है जो इन बदहाल सडक़ों की वजह से दिक्कत झेल रहे हैं। उसकी सोशल मीडिया पोस्ट को कई न्यूज चैनलों में कवर किया जा रहा है। एक न्यूज चैनल के मुताबिक अब आकांक्षा पर दबाव डाला जा रहा है कि वह अपने ये सब रील्स और पोस्ट हटा लें। सडक़ तो देर-सबेर बन ही जाएगी।


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