राजनांदगांव

नांदगांव को मिलेगा राष्ट्रीय जल पुरस्कार का सम्मान
13-Nov-2025 5:14 PM
नांदगांव को मिलेगा राष्ट्रीय जल पुरस्कार का सम्मान

नांदगांव को मिलेगा राष्ट्रीय जल पुरस्कार का सम्मान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 नवंबर।
राजनांदगांव जिले को केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है। यह पुरस्कार 6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार के रूप में राजनांदगांव को मिलेगा। इस्ट जोन के बेस्ट डिस्ट्रिक्ट के रूप में चुना गया है। आगामी 18 नवंबर को कलेक्टर जितेन्द्र यादव को राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू सम्मान पुरस्कार प्रदान करेंगी।

जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 11 नवंबर को आयोजित पुरस्कारों की घोषणा कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री  सीआर पाटिल ने छठवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 के विजेताओं की घोषणा की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगांव जिले को देश के ईस्ट जोन में बेस्ट डिस्ट्रिक्ट श्रेणी में प्रथम पुरस्कार हेतु चयनित किया गया है। यह सम्मान जिले में जल संरक्षण, संवर्धन तथा जनभागीदारी आधारित सतत कार्यों के लिए 18 नवंबर को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु द्वारा प्रदान किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि इस पुरस्कार में देशभर के विभिन्न जिलों के नामांकन के बाद सेन्ट्रल ग्राउण्ड वॉटर बोर्ड, सेन्ट्रल वॉटर कमिशन एवं विभिन्न दलों के निरीक्षण व विस्तृत अवलोकन के उपरांत छत्तीसगढ़ राज्य ही नहीं अपितु पूरे देश के ईस्ट जोन के पांच राज्यों के समस्त जिलों में से बेस्ट डिस्ट्रिक्ट श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के रूप में यह खिताब राजनांदगांव जिले को प्रदान किया जा रहा है। विगत वर्ष केंद्रीय भू-जल मंत्री द्वारा राजनांदगांव जिले का दौरा कर जिले में चल रहे इस अभियान के प्रयासों के बारे में जानकारी प्राप्त करते देश विभिन्न मंचों में राजनांदगांव जिले की प्रशंसा भी की गई थी।

 जल संरक्षण की दिशा में सफल पहल
राजनांदगांव जिले में जल संरक्षण एवं प्रबंधन के कार्यों को शासन-प्रशासन के साथ-साथ नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, पंचायतों, महिला स्वसहायता समूहों, उद्योगपतियों, विद्यार्थियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से मिशन के रूप में सघन अभियान चलाया गया। गांवों से लेकर शहरों तक नागरिकों ने जल ही जीवन है और जल है तो कल है, के संदेश को आत्मसात करते मिशन जल रक्षा को एक जनआंदोलन का स्वरूप प्रदान किया है।

इस योजना में जिले की प्राथमिकता है कि पहले तो हम पानी के तेजी से घटते जल स्तर की गति को धीमा कर सके, फिर उसे एक स्तर पर स्थिर कर सके तत्पश्चात् अत्यधिक जल दोहन को रोककर इस प्राकृतिक बहुमूल्य धरोहर को संधारित कर सके। इसके लिए अनिवार्य है कि प्रत्येक नागरिक आज से ही अपने आसपास के क्षेत्र में होने वाले जल दोहन को ध्यान में रखकर कम से कम भू-जल का उपयोग करें एवं कम से कम पानी उपयोग वाली फसलों को बढ़ावा दें।

सामुदायिक प्रयासों से मिली राष्ट्रीय पहचान: राजनांदगांव जिले को प्राप्त होने वाला यह राष्ट्रीय सम्मान, जिले के नागरिकों, जनप्रतिनिधियों एवं सभी हितधारकों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। साझा प्रयासों से जल बचाओ, भविष्य बनाओ की भावना को व्यवहार में उतारते हुए जिले ने यह साबित किया है कि जनभागीदारी से किसी भी संसाधन का संरक्षण संभव है। साथ ही साथ 18 नवंबर 2025 को ही नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में राजनांदगांव जिले को एक अन्य जल संचय से जनभागीदारी के क्षेत्र में भी सम्मानित किया जाना है। राजनांदगांव की यह उपलब्धियां अब पूरे देश के सामने आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित हो रही है। यह सम्मान न केवल जिले की उपलब्धियों का प्रतीक है, बल्कि आने वाली पीढिय़ों के लिए सतत जल प्रबंधन और सामूहिक जिम्मेदारी का संदेश भी देता है।


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