राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। नेशनल हाईवे में दुर्घटना के लिहाज से डेंजर जोन माने जाने वाले खतरनाक मोड़ में हादसा रोकने के लिए एक खास रणनीति के तहत हाईमास्क लाईट व अन्य उपकरण लगाने की तैयारी है। आवश्यकतानुसार ऐसे चिन्हांकित दुर्घटनाजन्य क्षेत्र में संकेतक भी लगाए जाएंगे, ताकि हादसे में कमी आए। पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा के निर्देशन तथा एएसपी राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में यातायात प्रभारी निरीक्षक नवरतन कश्यप, एनएचएआई इंजीनियर हेमंत सहारे एवं अशोका बिल्डिकॉन टीम द्वारा नेशनल हाईवे के दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों का संयुक्त निरीक्षण किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार झूरानदी पुल चिचोला के पास लगातार हो रहे सडक़ दुर्घटनाओं के कारणों एवं रोकथाम के लिए ओपी चिचोला प्रभारी निरीक्षक योगेश पटेल की उपस्थिति में संयुक्त निरीक्षण किया गया। रायपुर-नागपुर रोड चिचोला में झूरानदी पुल के पास मोड़ है एवं इसी प्रकार नागपुर-रायपुर रोड पर भी मोड़ है, जहां पर वाहनों के ओव्हर स्पीड एवं ओव्हरटेक करने के कारण पिछले एक-दो महीने में एक ही प्रकार की 03 दुर्घटनाएं टर्निंग पाईंट होने के कारण अनियंत्रित होकर पलट गई है। आवश्यकतानुसार मोड़ के दोनों ओर केट्स आई, लेफ्ट-राईट टर्न, ऐरो साईन बोर्ड, हाई मास्ट लाईट की आवश्यकता पर चर्चा की गई।
इसी प्रकार तुमड़ीबोड़ गुरूद्वारा चौक, कोपेडीह तिराहा, बरगा मोड़ का निरीक्षण किया गया, जहां केट्स आईए हाईमास्ट लाईट लगाने के संबंध में चर्चा की गई है। आगामी समय में जिले के अत्याधिक दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों का निरीक्षण कर संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर दुर्घटना रोकथाम के लिए रोड इंजीनियरिंग की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि उपरोक्त दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों से गुजरते समय सावधानीपूर्वक वाहन एवं एवं सुरक्षित रहे।


