राजनांदगांव
तरकारी के दाम आसमान पर, सब्जी का व्यापार ठप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 सितंबर। अनुमान से परे हो रही मूसलाधार बारिश का लोगों की दैनिक जीवन पर अब प्रतिकूल असर पड़ रहा है। लोग रोज हो रही बारिश से जहां एक ओर हलाकान दिख रहे है वही बारिश से खानपान की कीमतों में उछाल दिख रहा है।
भादो के बाद क्वांर के महीने में भी बादल जमकर बरस रहे है ऐसे में लोगों के रोजमर्रा से जुड़ी सब्जी-तरकारी के दाम भी आसमानी कीमत पर पहुंच गई है। सब्जी-तरकारी के भाव सुनकर लोगों आर्थिक परेशानी में घिर गए है। बेभाव हो रही सब्जियों के दाम से लोगों का दम निकल रहा है। पिछले एक सप्ताह के भीतर सब्जी बाजार में औसतन हर तरकारी का दर बढ़ता ही जा रहा है। पत्तीदार सब्जियों की कीमत सुनकर लोग उल्टे पांव लौटने को मजबूर है। स्थानीय बाजार में सेमी, मूली, फूलगोभी से लेकर लौकी की कीमत भी बढ़ी हुई है। सेमी 100, गोभी और बरबट्टी का भाव 80 रूपए तक पहुंच गया है।
इसी तरह टमाटर की कीमत 50 व तोरई 40 रूपए के दाम पर बिक रहा है। सब्जी बाजार में कद्दू और लौकी भी मंहगी हो गई है। पत्तागोभी का भाव भी बढ़ा हुआ है। इस तरह हर सब्जी महंगाई को छू रही है। फुटकर व्यापारियों को कीमत बढऩे से काफी नुकसान हो रहा है। बताया जाता है कि बारिश के कारण सब्जी का व्यापार ठप सा हो गया है। लोकल बाडिय़ों में सब्जी की पैदावार पर बारिश ने विपरीत प्रभाव ड़ाला है। फसल बर्बाद होने से किसानों को घाटे से उबरने की चिंता सता रही है। सब्जी के व्यापार से मुनाफा की उम्मीद लगाए किसानों को बारिश से तगड़ा नुकसान होने का अंदेशा है।
धनिया 200 रूपए किलो
सब्जी बाजार में पत्तीदार धनिया की कीमत सुनकर लोग चौकनें के लिए मजबूर हो गए है। बारिश से धनिया की फसल चौपट हो गई है। ऐसे में धनिया 200 रूपए किलो तक पहुंच गया है। धनिया की कमी से दाल और सब्जी का जायका बिगड़ गया है। लोग मजबूरीवश किफायती तौर पर धनिया की खरीदी कर रहे है। बताया जाता है कि धनिया की आवक बारिश के चलते फिलहाल सीमित हो गई है। धनिया की फसल को बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। अत्यधिक बारिश से धनिया की पैदावार पूरी तरह से घट गई है। धनिया के अभाव में सब्जियों का स्वाद फीका हो गया है। फुटकर व्यापारी बताते है कि बारिश थमने और तेज धूप खिलने से धनिया की खेती संभल सकती है। लेकिन रोजाना हो रही बारिश से किसान त्रस्त हो गए है। किसानों की लागत भी खतरे में पड़ गई है।


