राजनांदगांव
जमीन मालिक ने किया खुलासा, भू-अभिलेख शाखा के कर्मियों पर जताया संदेह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 सितंबर। शहर के एक पुश्तैनी जमीन के मालिक ने तहसीलदार-पटवारी की आईडी को हैक कर जमीन से नाम बदलने के मामले में एक बड़ा खुलासा किया है। जमीन मालिक का आरोप है कि तहसीलदार और पटवारी के आईडी को हैक किया गया। उसके बाद एक साजिश के तहत तीन अलग-अलग जमीन में मालिकाना हक को खत्म कर किसी एक व्यक्ति के नाम पर चढ़ा दी गई। इस खेल में जमीन मालिक ने भू-अभिलेख शाखा के कर्मियों पर संदेह जताया है। इधर कलेक्टर सर्वेश्वर भुरे ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के निर्देश दिए हैं।
बुधवार को पीडि़त जमीन मालिक शैलेष जैन ने प्रेसवार्ता में बताया कि पटवारी के आईडी से तकरीबन 34 हजार स्क्वेयर फीट जमीन को दूसरे के नाम कर दिया गया। उनके मुताबिक वह जमीन उनके पिता महेन्द्र जैन के नाम पर थी। उनकी मृत्यु के बाद जब जमीन की फौती उठाने के लिए तहसील कार्यालय गए तो पता चला कि उक्त जमीन उनके चाचा राजेन्द्र जैन के नाम कर दी गई।
पत्रकारवार्ता में श्री जैन ने यह भी बताया कि उनके और भाई-बहनों द्वारा ऐसी कोई प्रक्रिया नहीं की गई। इसके बाद मामले की शिकायत तहसीलदार, पुलिस विभाग और सिटी कोतवाली में की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रेसवार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि पटवारियों के हड़ताल के दौरान सोंची-समझी साजिश के तहत नाम बदलने का खेल किया गया है। उनका कहना है कि हैकर ने मोबाइल नंबर से पहले पटवारी के आईडी को हैक किया। उसके बाद पूरा खेल किया गया। जिस व्यक्ति की जमीन से यह फर्जीवाड़ा किया गया है, उसने भू-अभिलेख शाखा के कर्मचारियों के मिलीभगत के बगैर उक्त हेराफेरी के संभव होने से इन्कार किया है। श्री जैन ने आरोप लगाया कि लखोली में उनके अलग-अलग 3 जमीन के मालिक का नाम बदला गया है। तीनों जमीन एक ही व्यक्ति के नाम चढ़ाया गया है।
बताया जा रहा है कि फर्जीवाड़ा करने वालों में तहसीलदार और पटवारी के आईडी के साथ छेड़छाड़ किया। जमीन में नाम बदलने की एक प्रक्रिया होती है, जिसकी पूरी जानकारी पटवारी को होती है। ऐसे में हैकर ने एक बड़ा गंभीर अपराध किया है। इस बीच शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पटवारी की आईडी हैक करना एक गंभीर अपराध है। इसके बावजूद एसडीएम और संचालक की ओर से अब तक न कोई कार्रवाई की गई और न ही जांच के आदेश दिए गए हैं। बहरहाल पटवारी और तहसीलदार की आईडी को आसानी से हैक कर बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने के इरादे से चालाकी से हेराफेरी की गई है।


